200+ Best Rishte Shayari in Hindi 2025

Rishte Shayari

रिश्ते सिर्फ़ खून से नहीं, दिल से बनते हैं। कभी माँ-बाप का साया होते हैं, कभी दोस्तों की हँसी, तो कभी प्रेम की ख़ामोशियाँ। Rishte Shayari in Hindi का यह खास संग्रह उन अनमोल रिश्तों को समर्पित है जो हमें ज़िंदगी में मजबूती, प्यार और सुकून देते हैं। इन शायरियों के ज़रिए आप अपने जज़्बातों को बयां कर सकते हैं — चाहे वो अपनापन हो, दूरी हो, नाराज़गी हो या गहराई। पढ़िए ये दिल को छू लेने वाली शायरियाँ और अपने रिश्तों को दीजिए एक शायराना अहसास।

Rishte Shayari in Hindi

दुश्मनी लाख सही ख़त्म न कीजे रिश्ता
दिल मिले या न मिले हाथ मिलाते रहिए

अपना रिश्ता ज़मीं से ही रक्खो
कुछ नहीं आसमान में रक्खा

सगी बहनों का जो रिश्ता है उर्दू और हिन्दी में
कहीं दुनिया की दो ज़िंदा ज़बानों में नहीं मिलता

ग़म से मंसूब करूँ दर्द का रिश्ता दे दूँ
ज़िंदगी आ तुझे जीने का सलीक़ा दे दूँ

ये जब है कि इक ख़्वाब से रिश्ता है हमारा
दिन ढलते ही दिल डूबने लगता है हमारा

एक रिश्ता जिसे मैं दे न सका कोई नाम
एक रिश्ता जिसे ता-उम्र निभाए रक्खा

Rishte Shayari in Hindi
Rishte Shayari in Hindi

तेरा मेरा कोई रिश्ता तो नहीं है लेकिन
मैं ने जो ख़्वाब में देखा है कोई देख न ले

एक रिश्ता भी मोहब्बत का अगर टूट गया
देखते देखते शीराज़ा बिखर जाता है

ज़ाहिरन तोड़ लिया हम ने बुतों से रिश्ता
फिर भी सीने में सनम-ख़ाना बसा है यारो

उस मोड़ पे रिश्ता है हमारा कि अगर हम
बैठेंगे कभी साथ तो तन्हाई बनेगी

रिश्ता रहा अजीब मिरा ज़िंदगी के साथ
चलता हो जैसे कोई किसी अजनबी के साथ

फ़रिश्ता हर बशर को हर ज़मीं को आसमाँ समझे
कि हम तो इश्क़ में दुनिया को ही जन्नत-निशाँ समझे

रिश्ता-ए-उल्फ़त को ज़ालिम यूँ न बेदर्दी से तोड़
दिल तो फिर जुड़ जाएगा लेकिन गिरह रह जाएगी

आदमी का अमल से रिश्ता है
काम आता नहीं नसब कुछ भी

है रिश्ता एक फिर ये कशाकश न चाहिए
अच्छा नहीं है सुब्हा का ज़ुन्नार से बिगाड़

Badalte Rishte Shayari

कितनी ही शिद्दत से निभा लो तुम रिश्ता,
बदलने वाले बदल ही जाते है..!!

हालातों से भी हार जाते है कुछ रिश्ते,
हर रिश्ते में बेवफाई ही नहीं होती..!!

जहा सफाई देनी पड़ जाये हर,
बार वो रिश्ते गहरे नहीं होते..!!

हवा में सुनी हुई बातों पर यकीन नहीं करें,
कान के कच्चे लोग अक्सर अच्छे रिश्ते खो देते है..!!

नए नए रिश्तों में नयी नयी सी महक साथ है,
अब कौन कितनी देर महके ये वक़्त की बात है..!!

हम ही ना देख पाए हमारा कसूर था,
मौसमों के साथ इंसान बदल जाते हैं..!!

वक्‍त के साथ-साथ बहुत कुछ बदल जाता है,
लोग भी, रास्‍ते भी, अहसास भी और कभी कभी हम खुद भी..!!

Badalte Rishte Shayari
Badalte Rishte Shayari

वक्त तकलीफ़ नहीं देता,
वक्त पर साथ छोड़ने वाले तकलीफ़ देते हैं..!!

अभी गुमनाम हूँ, तो रिश्ता ‘तोड़’ लिया है मुझसे,
ग़र कल को मशहूर हो गया तो कोई रिश्ता मत निकाल लेना..!!

जिन रिश्तों में सोच समझकर बोलना पड़े,
तब समझ जाना चाहिए कि वो रिश्ता अब नाम का रह गया है..!!

बदलते रिश्ते और बदलते लोग बहुत देखे हैं,
ताउम्र काश कोई ठहर कर भी‌ देखता..!!

वो रिश्ता कभी नहीं टूट सकता,
जिसे निभाने की चाहत दोनों तरफ से हो..!!

बदल जाते हैं कुछ लोग हालत के साथ,
पीछे छूट जाते हैं कुछ रिश्ते वक्त के साथ..!!

मैने भी बदल दिया है जि़न्‍दगी का उसूल,
अब जो याद करेगा सिर्फ वही याद रहेगा..!!

तुझसे बेहतर मैंने पत्थर को जाना,
तू बदलता रहा और वो खुदा बन गया..!!

मैने भी बदल दिया है जि़न्‍दगी का उसूल,
अब जो याद करेगा सिर्फ वही याद रहेगा..!!

तेरे बदलने का दुःख नहीं मुझको,
मैं तो अपने यकीन पर शर्मिंदा हूँ..!!

मतलब के रिश्ते का खूब मतलब समझाया मुझको,
अपना मतलब पूरा करने के लिए अपनाया मुझको..!!

कुछ रिश्तों के धागे इतने कच्चे होते हैं,
शक की एक सुई से कट जाते हैं..!!

भरोसा नहीं है क्या मुझ पर बस,
यही बोल कर लोग धोखा दे जाते हैं..!!

वक्त की भी क्या फितरत है साहिब,
बदल गए रिश्तों के पैमाने व हम बेनाम हो गए..!!

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तेरी मोहब्बत की तलब थी इसलिए हाथ फैला दिए
वरना हमने तो कभी अपनी ज़िंदगी की दुआ भी नही माँगी..!!

बदलते रिश्तों में हम भी बदल जाते हैं,
कुछ देर साथ चलते हैं, फिर अलग हो जाते हैं..!!

जब रिश्ते बदलते हैं तो समझो कि,
जिंदगी में आगे बढ़ने का समय आ गया है..!!

वो रिश्ते बहुत कमजोर होते हैं,
जो किसी दूसरों की बातों में आ के तोड़ दिए जाते हैं..!!

धोखेबाज नही हूं साहब,
बस उन लोगो का साथ छोड़ दिया,
जिसे रिश्तों से ज्यादा खुद पर घमण्ड था..!!

जब रिश्ते बदल जाते हैं तो समय भी उनके साथ बदल जाता है,
और वह इंसान को नए सफ़र में ले जाता है..!!

सख़्त हाथों से भी छूट जाती हैं कभी उंगलियाँ,
रिश्ते ज़ोर से नहीं तमीज़ से थामे जाते हैं..!!

एक मिनट भी नहीं लगता है रिश्तों को उजाड़ने में,
और सारी ज़िन्दगी बीत जाती है एक रिश्ते को बनाने में..!!

बदला है अब रिश्तों में, प्रेम नहीं अब किश्तों में,
जो निभाते हैं वो फरिश्ते हैं, बड़ा लोचा है भाई बदलते रिश्ते में..!!

बदलते लोग बदलते रिश्ते और बदलता मौसम,
चाहे दिखाई ना दे मगर महसूस जरूर होते हैं..!!

तुम्हारे साथ यह मौसम फरिश्ते जैसा है,
तुम्हारे बाद यह मौसम बहुत सताएगा..!!

Rishte Matlabi Shayari

मतलबी लोग कुछ ऐसा हुनर रखते हैं,
दिल मे जहर और जुबान से रस रखते हैं..!!

मतलब बड़े भारी होते हैं,
निकलते ही रिश्तों का वज़न कम कर देते हैं..!!

कहते है की मतलब तो इंसान के चेहरे पर साफ दिख जाता है,
लेकिन हम तो बस सभी पर भरोसा करने की गलती कर बैठते है..!!

जो थोड़ी फुरसत मिले दिल की बात कह दीजिये,
बहुत खामोश रिश्ते ज्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते..!!

हालात चाहे कैसे भी हो साहब जिन्दगी में,
हमने तो जीना सीख लिया था लेकिन,
बात जिन्दगी की तब बदल गयी,
जब किसी ने हमें उसके मतलब के लिए याद किया..!!

Rishte Matlabi Shayari
Rishte Matlabi Shayari

भुला देंगे तुम्हे भी जरा सब्र तो कीजिए,
आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा..!!

रिश्ते कम बनाओ मगर उन्हें दिल से निभाओ,
क्योंकि लोग अक्सर बहतर की तलाश में बहतरीन को खो देते हैं..!!

लोग इतने बुरे नहीं होते हैं,
मगर जब मतलब के नहीं होते,
तब बुरे लगने लग जाते है..!!

रिश्तों में कभी कभी हाथ छूङाने की ज़रूरत नहीं पङती,
लोग साथ रह कर भी बिछङ जाते हैं..!!

गुलाम तो हम किसी के न कल थे और न आज है,
बस मतलबी लोग और उनके रिश्ते ही हमें जकड़े हुए है..!!

हम नही है गुनाहगार हमारी फितरत के,
बल्कि मतलबी लोग गुनाहगार है खुद की मतलबी नियत के..!!

लोग बडे शौक से कहते हैं,
कि कोई किसी का नही होता मगर,
खुद से पूछना भूल जाते हैं खुद किसके हैं..!!

जिन्दगी है साहब यहा तो हर मोड़ देखने को मिलता है,
आज जो खुद को आपका भाई बता रहा है,
कल वही आपसे मतलब की बात करने लग जाता है..!!

कोई नहीं किसी का यहाँ,
सबको फायदे की लगी बीमारी है,
लालच से चल रही ये दुनिया,
सब मतलब की रिश्तेदारी है..!!

कई वर्ष के टूटे रिश्ते भी जुड़ जातें हैं,
अगर सामने वाले बैठे व्यक्ति को आपकी जरुरत हैं तो..!!

मतलबी दुनिया दुनिया का उसूल है,
जब तक काम है तेरा नाम है, वरना दूर से ही सलाम है..!!

इस दुनिया ने सिर्फ हमें मतलब के लिए ही आज़माया है,
मतलब निकल जाने के बाद हमें अजनबी बनकर ठुकराया है..!!

सब मतलब की दुनिया है साहब यहा हर,
कोई अपने मतलब के लिए चिकनी चुपड़ी बाते करता है,
हालात कैसे भी हो किसी के जीवन में बस लोग अपने मतलब देखते है..!!

बस यादें ही है जो बेवजह साथ देती है,
इंसान तो सब मतलबी होते है..!!

जिन्दगी गुजर रही है साहब अब तो उस,
हवा की तरह जिसकी कोई दिशा है न ही कोई ठिकाना है,
लेकिन हम अपनो के जैस इन्ही है,
जो सिर्फ अपने मतलब के लिए चलते है..!!

मतलबी लोग भी ना जाने कैसे,
अपना मतलब निकल लेते है,
अक्सर अपने मतलब के लिए ये,
खून के रिश्ते भी भुला देते है..!!

हर कोई बदल जाता है मेरे दोस्त जब,
मतलब की बात आती है, जो यार आज आपको,
जिगरी बोलते है कल वही आपसे अपने,
मतलब के लिए बहस करने लग जायेंगे..!!

मतलबी रिश्तो की बस इतनी सी कहानी है,
अच्छे वक़्त में मेरी खूबियां,
और बुरे वक़्त में मेरी कमियां गिननी है..!!

किसी से उम्मीद मत रखना मेरे दोस्त,
इस दुनिया में एक बारी को,
परायो से मदद की गुंजाईश भी होती है,
लेकिन अपनों पर तो भरोसा करना ही बेकार है..!!

हर किसी से उम्मीद मत रखो साहब तुम,
मदद के मिलने की क्योकि बार पराये भी बिन,
कहे मदद कर देते है और कई बार अपने पूछते तक नही है..!!

मतलबी दुनिया के झूठे फ़साने है,
लोग भी मक्कार और मतलबी ज़माने है,
पीड़ा ही मिलती कदम कदम यहाँ,
जहाँ देखों भीड़ ही है मगर सब बेगाने है..!!

जब कोई इंसान नज़र अंदाज़ करना शुरू कर दे,
तो समझ लेना उसकी ज़रूरतें पूरी होगी है..!!

पक्के रिश्ते तो बचपन में बनते थे,
अब तो लोग बात भी मतलब से करते है..!!

बाद जब अपने स्वार्थ की आती है,
तो लोग रिश्तो को भी भूल जाते है,
मेरे दोस्त एक इस दुनिया में मेने अच्छे अच्छे,
रिश्तो को मतलब की बलि चढ़ते देखा है..!!

हालातो के सहारे जे ही रहे थे साहब हम तो,
अपनी जिन्दगी लेकिन किसी अपने ने हमें,
अपने मतलब का शिकार बना लिया है..!!

रिश्ते की सिलाई अगर भावना से हुई है तो टूटना मुश्किल है,
और अगर स्वार्थ से हुई है तो टिकना मुश्किल है..!!

ज़िन्दगी तो तभी बदल गयी थी,
जब वो लोग बदल गए, जिन्हे हम अपनी ज़िन्दगी मानते थे..!!

बदलते लोग, बदलते रिश्ते और बदलता मौसम,
चाहे दिखाई ना दे मगर महसूस जरूर होते है..!!

मतलबी लोगो की मीठी बातें ओह ये तो सिर्फ,
एक दिखावा है चाहे आप भी उन्हें आजमालो,
आपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है..!!

हम तो अकेले ही चलना,
पसंद करते है साहब इन रास्तो पर,
लेकिन न जाने मतलबी लोग,
क्यों हमारी बाहे थाम लेते है..!!

मतलबी दुनिया में लोग खड़े हैं हातो में पत्थर लेकर,
मैं कहां तक भागू शीशे का मुकद्दर लेकर..!!

Rishta Shayari in Hindi

कभी कभी हम किसी को यादो में पूरी रात जागते रहते है
और उन्हें हमारी कदर तक नही होती

रिश्ते में दुनियां तो आती जाती रहती हैं।
फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती हैं।
वो दस्ती ही क्या जिसमे नाराजगी ना हो।
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना ही लेती हैं।

अगर रिश्तों में हो तल्खी तो चुप हो बैठना बेहतर,
गड़े मुर्दे उखाड़ोगे तो बदबू फैल जायेगी।

अभी गुमनाम हु तो रिश्ता तोड़ लिया है मुझसे
ग़र कल को मशहूर हो गया तो
कोई रिश्ता मत निकाल लेना

जिंदगी में आपकी एहमियत हम आपको बता नहीं सकते।
दिल में आपकी जगह हम आपको दिखा नहीं सकते।
कुछ रिश्ते बेहद अनमोल होते हैं।
इससे ज्यादा हम आपको समझा नहीं सकते।

Rishta Shayari in Hindi
Rishta Shayari in Hindi

फासले इस कदर हैं आजकल रिश्तों में,
जैसे कोई घर खरीदा हो किश्तों में।

एक अच्छा “रिश्ता हमेंशा हवा” की तरह होना चाहिए
खामोश” मगर हमेशा “आसपास”

अ़शक उनकी आँखों के करीब होते हैं।
रिश्ते दर्द के जिसको होते हैं।
दौलत अपने दिल की लुटा दी है जिसने।
कोई कहते हैं कि वो गरीब होते हैं।

कुछ ऐसे हो गए हैं इस दौर के रिश्ते,
जो आवाज तुम ना दो तो बोलते वो भी नहीं।

खुदा से हमारा रिश्ता भी चश्मे और निगाह सा है
वो जब साथ होता है सब कुछ साफ़ नज़र आता है

कच्ची नहीं पक्की हैं ये दोस्ती।
रिश्ते से नहीं प्यार से बनती हैं ये दोस्ती।
भाई=बहन के प्यार की जीवन भर की हैं ये दोस्ती।

नए रिश्ते जो न बन पाएं तो मलाल मत करना
पुराने टूटने न पाएं बस इतना ख्याल रखना।

रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता
रिश्ता निभाने से रिश्ता बनता है

मुस्कुराहट का कोई मोल नहीं होता।
रिश्ते का कोई तोल नहीं होता।
इंसान तो मिल जाते है हमें हर मोर पर।
लेकिन हर कोई आप कि तरह अनमोल नहीं होता।

मजबूरियों से लड़कर रिश्तों को समेटा है,
कौन कहता है मुझे रिश्तें निभाने नहीं आते।

रिश्ता वो नहीं होता जो दुनिया को दिखाया जाता है
रिश्ता वह होता है,जिसे दिल से निभाया जाता है
अपना कहने से कोई अपना नहीं होता
अपना वो होता है जिसे*दिल से अपनाया जाता है

रिश्ते आज कल झुठ बोलने से नहीं
बल्कि सच बोलने से टुटती हैं।

जेब में जरा सा सूराख क्या हुआ,
सिक्कों से ज्यादा रिश्ते गिर पड़े।

जब रिश्ता नया होता है
तो लोग बात करने का बहाना
ढ़ुढ़ते है और जब वही रिश्ता
पुराना हो जाता है
तो लोग दूर होने का बहाना ढूढ़ते है

लगे ना नज़र इस रिश्ते को जमाने की,
पड़े ना जरुरत कभी एक दूसरे को मनाने की,
आप ना छोड़ना मेरे साथ वरना,
तमन्ना ना रहेगी फिर दोस्त बनाने की,

दरख्तों से ताल्लुक का हुनर सीख ले इंसान,
जड़ों में ज़ख्म लगते हैं तो टहनियाँ सूख जाती हैं।

कोई रिश्ता जब खामोसी से टूटता है तो
साथ में कोई न कोई एक शक़्स भी टूट जाता है

हर पल के रिश्ते का वादा हैं तुमसे।
अपनापन कुछ इतना ज्यादा हैं तुमसे ।
कभी ना सोचना की भूल जाएंगे तुम्हें ।
जिंदगी भर का साथ देगे ये वादा हैं तुमसे।

बहुत अजीब से हो गए हैं ये रिश्ते आजकल,
सब फुरसत में हैं पर वक़्त किसी के पास नहीं।

तुम्हारी फिक्र करनेके लिए
हमारा रिश्ता होना जरूरी तो नही
एहसास की ही तो बात है
तुम्हारी इजाजत भी जरूरी नही

हर रिश्ते में विश्वास रहने दो।
जुबान पर हर वक्त मिठास रहने दो।
यही तो अंदाज़ हैं जिंदगी जिने का।
ना खुद रहो उदास ना दूसरों को रहने दो।

वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते
कसूर हर बार गल्तियों का ही नही होता।

आज फिर ए तन्हाई लग जा गले
के तुझसे लिपट के रोने का बहुत दिल है
एक तू ही तो है हमसाया जिंदगी का मेरी
वरना यहां तो हर रिश्ता, मेरी रूह का कातिल है

रिश्ते में प्यार की मिठास रहे।
एक ना मिटने वाला एहसास रहे।
कहने को छोटी सी हैं ज़िन्दगी।
लम्बी हो जाए अगर अपनो का साथ रहे।

कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं,
दिल भर जाता है तो लोग रूठ जाया करते हैं।

मशहूर होना पर मगरुर मत होना।
कामयाबी के नशे में चुर मत होना।
मिल जाए सारी कायनात आपको।
मगर इसके लिए कभी अपनो से दुर मत होना।

मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तनहा ना कर दे ग़ालिब,
रिश्ते फुर्सत के नहीं तवज्जो के मोहताज़ होते हैं।

एक मिनट लगता हैं।
रिशतो का मज़ाक उड़ाने में।
और सारी उम्र बीत जाती हैं।
एक रिश्ते को बनाने में।

जब भी हो थोड़ी फुरसत मन
की बात कह दीजिये,
बहुत ख़ामोश रिश्ते ज़्यादा
दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते।

अपने-गमो की तू नुमाइश ना कर।
अपने;नसीब की यूँ आज़माइश ना कर।
जो तेरा हैं वो खुद तेरे दर पे चल के आएगा।
रोज उसे पाने की ख़्वाहिश ना कर।

मुलाकातें बहुत जरूरी हैं अगर रिश्ते निभाने हैं,
लगाकर भूल जाने से तो पौधे भी सूख जाते हैं।

खुद के इस हुनर को जरूर आजमाना।
जब जंग हो अपनो से तो हार जाना।

छुपे-छुपे से रहते हैं सरेआम नही हुआ करते,
कुछ रिश्ते जो एहसास होते हैं बेनाम हुआ करते।

शब्द उतने ही बाहर निकलने चाहिए।
जिन्हें वापस भी लेना परे तो खुद।
को तकलीफ ना हो।

निकाल से जिस्म से जो अपनी जान देता हैं।
बड़ा ही मजबूत है वो पिता जो कन्यादान देता हैं।

किसी को नजरों में न बसाओ।
क्योंकि नजरों में सिर्फ सपने बसते हैं।
बसाना ही हैं तो दिल में बसाओ।
क्योंकि दिल में सिर्फ अपने बसते हैं।

जरूरी नहीं कि सारे सबक किताबों से ही सिखे।
कुछ सबक ज़िन्दगी और रिश्ते भी सिखा देते हैं।

कोई किसी का नहीं इस दुनियां में।
मैने पैसो से रिश्ते को बनते देखा है।
मैले हो जाते हैं रिश्ते भी लिवासो की तरह हैं।
कभी कभी इनको भी मुहब्बत से धोया कीजिए।

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