150+ New Republic Day Shayari in Hindi 2025

गणतंत्र दिवस भारत की आज़ादी का जश्न नहीं, बल्कि उस संविधान की जीत है जिसने हमें समानता और अधिकार दिए। Republic Day Shayari एक भावनात्मक माध्यम है, जिसके जरिए हम अपने दिल की देशभक्ति को शब्दों का रूप दे सकते हैं। ये शायरियाँ न सिर्फ हमें गर्व से भर देती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी अपने देश से प्यार करना सिखाती हैं। इस लेख में आपको मिलेंगी ऐसी चुनिंदा शायरियाँ जो 26 जनवरी के जज़्बे को और भी खास बना देंगी। पढ़िए, महसूस कीजिए, और देशभक्ति को अपने अल्फाज़ों में जगाइए।
Republic Day Shayari in Hindi
कुछ नशा तिरंगे की आन है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती
ये वतन की मोहब्बत है पूछकर की नहीं जाती
इस दिन के लिए वीरों ने अपना खून बहाया है
झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस आया|
मरने के बाद भी
जिसके नाम मे जान हैं
ऐसे जाबाज सैनिक हमारे
भारत की शान है

तैरना है तो समंदर में तैरों
बातों में क्या रखा है
प्यार करना है तो देश से करो
औरों में क्या रखा है
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी कभी बदनाम ना होने देंगे
बची है रगों में एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आंचल नीलाम ना होने देंगे |
नशा है मुझे इस तिरंगे की आन में
बसा है मेरा दिल धड़के की जान में
शक हो कोई मन में तो देख लेना
कल भी थे कल भी रहेंगे इसी हिंदुस्तान में |
ना जियो धर्म के नाम पर
ना मरों धर्म के नाम पर
इंसानियत ही है धर्म वतन का
बस जियो वतन के नाम|
लो फिर से खुद को जगाते हैं
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं
याद करें उन शूरवीरों को क़ुरबानी
जिनके कारण हम इस लोकतंत्र का आनंद उठाते हैं
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये
दिल एक है एक है जान हमारी
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है
भारत के गणतंत्र का सारे जग में मान
दशकों से खिल रही उसकी अद्भुत शान
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का
इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास
तिरंगा है आन मेरी
तिरंगा है शान मेरी
तिरंगा रहे ऊंचा सदा हमारा
तिरंगे से है धरती महान मेरी
दे सलामी इस तिरंगे को
जो तेरी शान है
सिर हमेशा ऊंचा रखना इस तिरंगे का
जब तक तुझमें जान है
आन देश की शान देश की
देश की हम संतान
तीन रंगों से रंगा तिरंगा
अपनी ये है पहचान
आओ झुककर सलाम करें उन्हें
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है
खुशनसीब होता है वो खून
जो देश के काम आता है|
ना पूछो जमाने से
कि क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो बस इतनी है
कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं
कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान का है
भारत माता तेरी गाथा
सबसे ऊंची तेरी शान
तेरे आगे शीश झुकाएं
दें तुझको सब सम्मान
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये
दिल एक है एक है जान हमारी
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है
Happy Republic Day
अलग है भाषा धर्म जात
और प्रांत भेष परिवेश
पर हम सब का एक ही गौरव है
राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेठ
Desh Bhakti Republic Day Shayari
सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा
कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा
दे करके कुर्बानी अपने जिस्मो-जां की
तुम्हे मिटना भी होगा मिटाना भी होगा|
मुझे न तन चाहिए न धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिंदा रहूँ इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये|
बस ये बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना|
दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान
इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान|
इस देश की हिफाज़त ही मेरा ईमान है
मेरे वतन में ही बसती मेरी जान है
भारत देश पर कुर्बान है मेरा सब कुछ
मेरा देश ही मेरी असली पहचान है|
हम अपनी आजादी की कभी शाम ना होने देंगे
अब इस सोने की चिड़िया को समशान ना होने देंगे
जब तक बची है एक भी बूंद लहू की मेरी रगों में
तब तक भारत माता का आंचल नीलाम ना होने देंगे|
ये सिर्फ तीन रंग नही ये देश की शान है
ये तिरंगा हमारे दिलों का स्वाभिमान है
यही है गंगा यही हैं हिमालय यही हमारी जान है
तीन रंगों में रंगा ये अपना प्यारा हिन्दुस्तान हैं|
You can also read Desh Bhakti Shayari in Hindi
चलो आज फिर से वो नजारा याद कर ले
शहीदों के दिलों में थी जो ज्वाला उसे याद कर लें
जिस कस्ती में सवार हो आजादी पहुंची थी किनारे पर
उन देशभक्तों के खून की वह अविरल धारा याद कर ले|
आजादी की सुलगी चिंगारी मेरे जश्न में हैं
ज्वालाएं इन्कलाब की लिपटी मेरे बदन में हैं
अब तो मौत भी आएगी तो सह लेंगे हँस के
ख़ुशी है की मरने के बाद तिरंगा मेरे कफन में हैं|
खुशनसीब है वो लोग जो वतन के काम आते हैं
वतन पर मरकर भी ये लोग अमर हो जाते हैं
सलाम करते हैं हम वतन पर मिटने वालों को
उनकी वजह से ही हम चैन की सांस ले पाते हैं|
Republic Day Shayari Hindi
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं जय हिन्द जय भारत..!!
वतन वासियो चलो खुद को जगाते हैं
अनुशासन का पाठ सबको पढ़ाते हैं
गणतंत्र दिवस पर ये वादा है हमारा
भारत को और अधिक सजाते है |
संविधान ने हमें दिया है अधिकार
हम भारतीय हैं,
हर कठिनाई से पार
गणतंत्र दिवस पर हो सभी को प्यार
हमेशा सलामत रहे हमारा भारत महान
तिरंगा लहराए दिलों में हमारी
गणतंत्र दिवस की हो खुसियों की बारी
सभी को शुभकामनाएं हो दिल से
हमेशा रहे हमारा भारत महान और भारी
मुकुट हिमालय हृदय में तिरंगा
आँचल में गंगा लायी हैं
सब पुण्य कला और रत्न लुटाने देखो
भारत माता आयी हैं !!

तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी
वतन परस्ती है वफ़ा-ए-जिंदगी
देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें
अखण्ड भारत के स्वप्न का जूनून है हमें !!
काँटों में फूल खिलाएं
इस धरती को स्वर्ग बनायें
आओ सबको गले लगायें
हम गणतंत्र का पर्व मनाएं !!
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है
ना बड़ा सा नाम मेरा है
मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व है
मैं “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है !!
दाग गुलामी का धोया है जान लुटाकर
दीप जलाये है कितने दीप भुझाकर
मिली है जब यह आज़ादी तो फिर इस आज़ादी को
रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर !!
तीन रंग का है तिरंगा
ये ही मेरी पहचान है
शान देश की आन देश की
हम तो इसकी ही सन्तान है !!
ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिन्दुस्तानी है !
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
हम बुलबुले है इसके ये गुलसिता हमारा !!
2 Line Republic Day Shayari
याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम यह बलिदान तुम्हारा है
हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है !!
अनेकता में एकता ही हमारी शान है
इसीलिए मेरा भारत महान है !!
वतन की सर-ज़मीं से इश्क़ ओ उल्फ़त हम भी रखते है
खटकती जो रहे दिल में वो हसरत हम भी रखते है !!
भलाई ये कि आज़ादी से उल्फ़त तुम भी रखते हो
बुराई ये कि आज़ादी से उल्फ़त हम भी रखते है !!
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा
हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा
वतन की रेत ज़रा एड़ियाँ रगड़ने दे
मुझे यक़ीं है कि पानी यहीं से निकलेगा
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है
उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी
वतन के जाँ-निसार हैं वतन के काम आएँगे
हम इस ज़मीं को एक रोज़ आसमाँ बनाएँगे
वतन की ख़ाक से मर कर भी हम को उन्स बाक़ी है
मज़ा दामान-ए-मादर का है इस मिट्टी के दामन में
वतन की पासबानी जान-ओ-ईमाँ से भी अफ़ज़ल है
मैं अपने मुल्क की ख़ातिर कफ़न भी साथ रखता हूँ
है मोहब्बत इस वतन से अपनी मिट्टी से हमें
इस लिए अपना करेंगे जान-ओ-तन क़ुर्बान हम
वतन की सर-ज़मीं से इश्क़-ओ-उल्फ़त हम भी रखते हैं
खटकती जो रहे दिल में वो हसरत हम भी रखते हैं
न पूछो हम-सफ़रो मुझ से माजरा-ए-वतन
वतन है मुझ पे फ़िदा और मैं फ़िदा-ए-वतन
सुरूर-ए-जाँ-फ़ज़ा देती है आग़ोश-ए-वतन सब को
कि जैसे भी हों बच्चे माँ को प्यारे एक जैसे हैं
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है !!
मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम
मैं इश्क़ भी लिखना चाहूँ तो भी इंकलाब लिख जाता है !!
वतन की ख़ाक ज़रा एड़ियाँ रगड़ने दे
मुझे यक़ीन है पानी यहीं से निकलेगा !!
दिल एक है और जान एक है
हिन्दोस्तान हमारा और हम इसकी शान हैं !!
Republic Day Par Shayari
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे
हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे
देश के लिए एक-दो तारीख नही
भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे !!
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमां पर
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर !!
चलो फिर से खुद को जगाते है
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते है
सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से
ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है !!

मेरे हर कतरे-कतरे में हिंदुस्तान लिख देना
और जब मौत हो तन पे तिरंगे का कफन देना
यही ख्वाहिश खुदा हर जन्म हिन्दुस्तान वतन देना
अगर देना तो दिल में देशभक्ति का चलन देना !!
इंडियन होने पर करीए गर्व
मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व
देश के दुश्मनों को मिलके हराओ
हर घर पर तिरंगा लहराओ !!
गाँधी स्वपन जब सत्य बना
देश तभी जब गणतंत्र बना
आज फिर से याद करे वह मेहनत
जो थी की वीरों ने और भारत गणतंत्र बना !!
मेरे देश का मान हमेशा बनाये रखूँगा
दिल तो क्या जान भी इस पर न्योछावर करूँगा
अगर मिले मौका देश के काम आने का
तो बिना कफ़न के ही देश के लिए सो जाऊंगा !!
संस्कार संस्कृति और शान मिले
ऐसे हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले
रहे हम सब ऐसे मिल-झुलकर
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले !!
आजादी का जोश कभी कम ना होने देंगे
जब भी जरुरत पड़ेगी देश के लिए जान लूटा देंगे
क्योंकि भारत हमारा देश है
अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे !!
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता
नोटों में भी लिपटकर सोने में सिमटकर मरे है कई
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता जय हिन्द !!