120+ Heart Touching Shayari in Hindi 2025

शायरी वो जादू है जो सीधे दिल में उतर जाती है। जब शब्दों में भावनाएं सजी होती हैं, तो वे दिल को छू जाती हैं और लंबे समय तक याद रह जाती हैं। Heart Touching Shayari in Hindi ऐसे ही जज़्बातों का खूबसूरत संगम है, जो आपकी भावनाओं को गहराई से बयां करता है। चाहे वो प्यार हो, दर्द, यादें या कोई अधूरी कहानी—हर एहसास को इन शायरियों के ज़रिए महसूस किया जा सकता है। अगर आप भी अपने दिल की बात किसी खास तक पहुंचाना चाहते हैं, तो यह शायरियां आपकी मदद जरूर करेंगी।
Heart Touching Shayari
सजा तो मुझे मिलना ही थी मोहब्बत में
मैंने भी तो कई दिल तोड़े थे तुझे पाने के लिए…….!!!
पलकों की हद को तोड़ कर दामन पे आ गिरा,
एक अश्क़ मेरे सब्र की तौहीन कर गया………….!!!
मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुजपे बरस जाऊं,
तुजे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए……….!!!
जो न मानो तो फिर तोल लेना तराजू के पलड़ों पर,
तुम्हारे हुस्न से कई ज्यादा मेरा इश्क भारी है……….!!!
तूम्हारे बाद मेरा कोन बनेगा हमदर्द,
मैंने अपने भी खो दीए.. तूम्हे पाने कि जीद मे ….…!!!
मोहब्बत भीख है शायद,
बड़ी मुश्किल से मिलती है…….!!!
गुनाह है गर इश्क तो,
कबूल है मुझे हर सज़ा इश्क की…..!!!

चले जाएंगे तुझे तेरे हाल पर छोड़कर,
कदर क्या होती है ये तुझे वक्त सिखा देगा…..!!!
काश !!
किस्मत भी नींद की तरह होती,
हर सुबह खुल जाती……!!!
क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज,
हाल हमारा पूँछ कर,
हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा हैं……!!!
कल एक फ़कीर ने मेरी आँखों में झांक के बोला,
ऐ बन्दे तू तो बहुत खुशमिजाज़ था… इश्क़ होने से पहले……!!!
एक तरफ एक क़ातिल है,
एक तरफ एक हसीना,
मै क़ातिल की तरफ गया,
सोचकर की वो एक ही बार मौत देगा…….!!
ऐ जिंदगी तू सच में बहुत ख़ूबसूरत है,
फिर भी तू उसके बिना अच्छी नहीँ लगती…..!!!
वो तो कह कर चली गयी की मुझे कल से भूल जाना,
सदियों से में “आज” को रोक कर बैठा हूँ……..!!!
शायरी मेरा शौक नहीं,
ये तो मोहोब्बत की कुछ सज़ाएं हैं……!!!
परेशान न हो मै गम मै नहीं हुं,
सिर्फ मुस्कराने की आदत चली गई हैं…….!!!
छोटे थे तो सब नाम से बुलाते थे,
बड़े हुए तो बस काम से बुलाते है…..!!!
समंदर के बीच पहुँच कर फ़रेब किया तुमने,
तुम कहते तो सही…. किनारे पर ही डूब जाते हम……!!!
न करवटे थी न बेचैनियाँ थी,
क्या गजब की नींद थी मोहब्बत से पहले……!!!
सुलग रही हैं अगरबितयाँ सी मुझ में,
तेरी याद ने महका भी दिया और जला भी दिया……!!!
साला दिल तो सिने मैं होता है,
पर जब टूटता है,
तो दर्द पुरे जिस्म मैं होता है……..!!!
तू रूठी रूठी सी रहती है ऐ जिंदगी,
कोई तरकीब बता तुझे मनाने की,
मैं साँसें गिरवी रख दूंगा अपनी,
बस तू कीमत बता मुस्कुराने की……..!!!
उसने यह सोचकर अलविदा कह दिया,
गरीब लोग हैं…. मुहब्बत के सिवा क्या देँगे…..!!!
ऐ खुदा काश !!
तेरा भी एक खुदा होता तो तुझे भी ये अहसास होता कि,
दुआ कुबुल ना होने पे कितनी तकलीफ होती है……!!!
क्या बात करे यार इस दुनीया की,
जो सामने है ऊसे बुरा कहते है,
और जीसे कभी देखा नही ऊसे “खुदा” कहते है……!!!

ख्वाहिशों को जेब में रखकर निकला कीजिये जनाब,
खर्चा बहुत होता है, मंजिलों को पाने में………!!!
कोशिश बहुत की, राज़-ए-मुहब्बत बयाँ न हो,
मुमकिन कहाँ था, आग लगे और धुआँ न हो……….!!!
मुझे दुआएं दिल से मिली हैं,
कभी खरीदने को जेब में हाथ नहीं डाला……!!!
आराम से कट रही थी तो अच्छी थी,
जिंदगी तू कहाँ इन आँखों की, बातों में आ गयी…..!!!
जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,
मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे…….!!!
तेरे ही अक्स को तेरा दुश्मन बना दिया
आईने ने मज़ाक़ में सौतन बना दिया…….!!!
मुझे नींद की इजाज़त भी उसकी यादों से लेनी पड़ती है,
जो खुद तो सो जाता है, मुझे करवटों में छोड़ कर……!!!
मुस्कराते रहो तो दुनिया आप के कदमों मे होगी,
वरना आसुओ को तो आखे भी जगह नही देती……..!!!
हमें तो प्यार के दो लफ्ज ही नसीब नहीं,
और बदनाम ऐसे जैसे इश्क के बादशाह थे हम……!!!
टुकड़े पड़े थे राह में किसी हसीना की तस्वीर के,
लगता है कोई दीवाना आज समझदार हो गया है…….!!!
आपकी यादें भी हैं, मेरे बचपन के खिलौनो जैसी,
तन्हा होते हैं तो इन्हें ले कर बैठ जाते हैं……..!!!
चिराग कोई जलाओ की हो वजूद का एहसास,
इन अँधेरों में मेरा साया भी छोड़ गया मुझको……!!!
नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से,
मैंने आने न दिया उसको तेरी याद से पहले……!!!
कितने मसरूफ़ हैं हम जिंदगी की कशमकश में,
इबादत भी जल्दी में करते हैं फिर से गुनाह करने के लिए……!!!
थक सा गया हूँ, खुद को सही साबित करते करते,
खुदा गलत हो सकता है, मगर मेरी मुहब्बत नहीं……!!!
मै झुकता हूँ हमेशा आँसमा बन के,
जानता हूँ कि ज़मीन को उठने की आदत नही…!!!
तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा था
खबर तो रहती….सफर तय कितना करना है……!!!
जिस्म का दिल से अगर वास्ता नहीं होता,
क़सम खुदा की कोई हादसा नहीं होता……..!!!
तु हजार बार भी रूठे तो मना लुगाँ तुझे,
मगर देख, मुहब्बत में शामिल कोई दुसरा न हो
घर से तो निकले थे हम ख़ुशी की ही तलाश में,
किस्मत ने ताउम्र का हमैं मुसाफिर बना दिया
अगर है दम तो चल डुबा दे मुजको,
समंदर नाकाम रहा, अब तेरी आँखो की बारी
तूने हसीन से हसीन चेहरो को उदास किया है,
ए इश्क,
तू अगर इन्सान होता तो तेरा पहला कातिल मै होता
तुम्हारे ख्वाबों को गिरवी रखके,
तकिये से रोज़ रात थोड़ी नींद उधार लेता हु
पलकें खुली सुबह तो ये जाना हमने,
मौत ने आज फिर हमें ज़िन्दगी के हवाले कर दिया
ज़माना जब भी मुझे मुश्किल मे डाल देता है,
मेरा ख़ुदा हज़ार रास्ते निकाल देता है
गुलाम हु मै अपने घर के संस्कारो का,
वरना मै भी लोगो को उनकी औकात दीखाने का हुनर रखता हुं
तुम सामने आये तो, अजब तमाशा हुआ,
हर शिकायत ने जैसे, खुदकुशी कर ली
एक ही बात इन लकीरों में अच्छी हैं,
धोखा देती हैं, मगर रहती हाथ में ही हैं
हँस कर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है मेरी,
पर कोई हुनर काम नहीं आता, जब तेरा नाम आता हैं
तुझे हकीक़त में अक्सर लोग मुझसे छीन लेते हैं,
तुम मिलने मुझसे आया करो अब सिर्फ ख़्वाबों में
उसे हम याद आते है मगर फुर्सत के लम्हों में,
यह बात और है की उसे फुर्सत ही नहीं मिलती
आओ कुछ देर ज़िक्र करे उन दिनों का,
जब तुम हमारे और हम तुम्हारे थे
वो मेरी होंगी तो लोट आएँगी एक दिन मेरे पास,
हम जिसे प्यार करते है उसे कैद नहीं करते
ये इश्क भी क्या चीज़ है ग़ालिब,
एक वो है जो धोखा दिए जाते हैं,
और एक हम है, जो मौका दिए जाते हैं
दर्द तो अकेले ही सहते हैं सभी,
भीड़ तो बस फ़र्ज़ अदा करती है
मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है कि,
दर्द सहने का लुत्फ़ उठाता हु मैं
मैंने पूछा लोग कब चाहेंगे मुझे मेरी तरह,
बस मुस्कुरा के कह दिया सवाल अच्छा है
लफ़्ज़ों से काश बयाँ कर पातें,
ख़ामोशियाँ क्या असर करती हैं.
उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए,
अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे
तू तो ख्वाब थी, हकीकत कभी हुईं तो नहीं,
मैंने बस ख्वाब हारा है, तुझे पाने का हौसला तो नहीं
Heart Touching Love Shayari In Hindi
हर पल तुम्हारे साथ बिताने की तमन्ना करता हूं
और जो भी सांसे है बची उनको तुम्हारा नाम करता हूं
हमारी कहानी बस आपसे है
हमारी जिंदगी बस आपसे है
हमारी मौत का पता नहीं
लेकिन ये सांसे बस आपसे है
तुम्हें ख़ुशबूरत बना कर ख़ुदा ने
हम पर एक महरबानी कर दी
और तेरे साथ अपना नाम जोड़ कर
हमने ये जिंदगी तुम्हारा नाम कर दी
तुम हो इतनी खुबसूरत बस
तुम पर ही दिल आता है
जब भी देखो आइना
तुम्हारा ही चहरा नज़र आता है
तुम हो इतनी खुबसूरत बस
तुम पर ही दिल आता है
जब भी देखो आइना
तुम्हारा ही चहरा नज़र आता है
जहां देखु बस तेरा ही
चेहरा नजर आता है
और देख कर उस
चहरे को बड़ा सुकून आता है
उनके सामने आते ही
सांसें कुछ यू थम सी जाती हैं
और उनके जाने के बाद
कमबख्त उनकी ही याद आती है

जब भी याद आती है तुम्हारी
तो आइना देख लेता हूँ
क्यों की कमबख्त इन आँखों में
तुम ही नज़र आती हो
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माना की तुम्हारे आशिको की कतार में
मेरा नंबर आखिरी होगा
लेकिन ये भी मान लेना कि
हमारे जितना किसी में दम ना होगा
दिल में प्यार इतना तेरे लिए की
शब्द भी बया ना कर पाएंगे
और आये कभी तुम मेरे सामने
तो ये भी सच है कि कुछ कह ना पाएंगे
चुरा लू तुम्हें तुम्हारे ही ख्वाबो से
और चुम लू हाथ अपने इन लेबो से
आज कल दिन का पता नहीं कब निकल जाता है
शायद आपके ख़याल हर पल आने लगे हैं
जब आती हो तुम सामने
शरारत हो ही जाती है
अगर हो तुम जैसा कोई हसींन
मोहब्बत हो ही जाती है
ख्वाहिश बस इतनी थी की
तुझे अपना बना लू
खुदा ने तेरे साथ नाम जोड़ कर
ख़ुवाश पूरी कर दी
फरियाद है उस खुदा से जिसने ये जहां बनाया की
अरे ऐ खुदा उसकी ख़ुशी कभी कम ना करना,
गर ख़ुशी मिले हमारी मौत से,
तो मेरी जान लेने में देरी ना करना
मेरे लबो की हंसी हो तुम
मेरे दिल का सुकून हो तुम
मत जाना मेरे से कभी दूर
मेरे अमानत हो तुम
बिखर जायेंगे लेकिन कभी दूर ना होंगे
वादा करते हैं तुझे ए-सनम
जब तक है सांसे कभी जुदा ना होंगे
उनकी मुस्कान में ना जाने क्या जादू है
कि हमारी तबियत सुधर जाती है
अब तो उनके हाथ में ही हमारी जिंदगी है
या तो इश्क करे या इलाज
जब तलाशा तुम्हें हर जगह
तुम कहीं नज़र ना आये
और जब देखा खुद मैं तुम्हें
तो बस तुम ही तुम नज़र आये

बहाना बना कर हम मिला करते थे उनसे
क्या बताऊ ए गालिब
खुदा भी हम पर महरबान हो गया
और बहाना भी अपने आप बनने लग गए
मुस्कुरा कर कुछ इस तरह उन्हें हमसे पूछा की
अगर मैं हूं जिंदगी तुम्हारी तो लिख दो मेरे नाम
तो हमने भी सांसे देके लिख दी जिंदगी उनके नाम
उसकी चाहत का अहसास मेरे दिल में है
ये दिल प्यार करके अब मुश्किल में है,
उसके ख्वाब अक्सर आते हैं तनहाहियों में
फिर न जाने क्यूं वो मेरे महफ़िल में है ।।
मोहब्बत के समंदर उतर जाने देते
हमको भी हद से गुजर जाने देते
चाहत की लहरों में गोते लगता दिल
दिल की दरिया को आज भर जाने देते।
दिल की आरजू थी चाहत में बिखर जाने की
फिर से उम्मीद तूने जगा दी सवंर जाने की
मुझसा कोई चाहने की फिर कोशिस न करे
उसे भी नजर लग जायेगी इस जमाने की ।।
शाम सजाने की इजाजत होती अगर
ख्वाब में आने की इजाजत होती अगर
उसके चाहत में डूब के मर जाते हम तो
आँखों में डूब जाने की इजाजत होती अगर।
दिले नादान न जाने क्या कर बैठा है
उसके चाहत के समन्दर में उतर बैठा है
खबर नहीं है इसे अंजाम-ए-मोहब्बत की
ये पागल अभी तक इससे बेखबर बैठा है।
दर्द का दरिया है अगर पार लेगा तू
तो मोहब्बत की मजिल का हकदार होगा
अक्सर भीड़ सी रहती है इश्क के बजार में
ये न समझो एक तू ही खरीददार होगा ।
चाहत की दुनिया तेरे हावले करदी है
चाहे आबाद कर या वीरान करदे तू,
मैंने इश्के संदर में कश्ती उतार दी है
पार करदे या फिर तूफ़ान करदे तू ।।
मेरे रगों में इश्क लहू बनके बहता है
फिर भी डर है तुझसे जुदाई का,
चाहत में कई रिश्ते बनके टूट जाते है
साथ मिलता है तो बस बेवफाई का ।।
मुझको अगर तुमसे मोहब्बत न होती
तो अपने दिल की ऐसी हालत न होती
तुम्हारे गलियों का बंजारा बनके फिरता न
अगर अपनी भे ऐसी किस्मत न होती ।
परवाने की तरह शाम्मा से मिलने आ गए हों
बांध के सेहरा सर पे मचलने आ गए हो
सूनी रात थी धीरे से चुपके से गुजर जाते
क्यूं दहकती आग में फिर जलने आ गए हो।
नशीहत मान लेते मेरी इश्क की डगर के लिए
मुझेमें भी तजुर्बा था ऐसे सफर के लिए,
हम जैसों ने जो सीखा उसे भुला नहीं सकते,
काम आएगा तुमको सारी उमर के लिए।
डर सा लगता अब तो दिल लगाने में
अब वो बात नहीं रही किसी दीवाने में
जिक्रे मोहब्बत सर-ए-आम किया करते थे
इश्क में खुद को बदनाम किया करते थे।
Heart touching shayari of a love
गैरों की तरह उनका बर्ताव हो रहा है,
धीरे-धीरे मेरी मोहब्बत बेअसर हो रही
दिल उनका किसी और के नजर हो रहा है
मेरे इश्क का वजह से उनमे बदलाव हो रहा है।
तुमसे दिल लागने के जबसे आदि हो गए हैं
खुदा की कसम खुदा के फरियादी हो गए हैं
तुम्हारे जलवों की वजह से तारीफे हुस्न की है
हम आज-कल थोड़ा किताबी हो गए हैं।
मोहब्बत का हमको भी शौक नहीं था
तुमको देखकर ही शौक़ीन हो गया हूँ
बस तुम्हरी ही नजरो की ये खता है सारी
जबसे मिली हैं मुझसे रंगीन हो गया हूँ ।

कोई जाम सा है तुम्हारी निगाहों में,
मै शाम गुजारूँगा तुम्हारी बाहों में
तुम मुझको गलत मत समझना,
अगर लड़खड़ाता सा मिलूँ तुमको राहों में।
दिल ने जब माँगा है तेरी रजा मांगी है
तुमसे दिल लगे ये दुआ मांगी है
आशिकी में अक्सर धोखे मिले हैं
इसलिए हमने तुमसे वफ़ा मांगी है ।।
तुम्हारे शिवा इश्क का हाल न पूछों
चाहत के बारे में कोई सवाल न पूछों
रात दिन रहता है तेरी योदों का साया
कैसे-कैसे आते हैं मन में ख़याल न पूंछों।।
अब भी मेरे सीने में चाहत का चराग जलता है
सुलगता है जख्म दिलका धुंआ सा निकलता है
कई दर्द भरी रातों को तनहा सा गुजारा है
न धुंध ये छटती है न दर्द ये संभालता है ।।
इश्क की आग में जलता रहा कोई
सेहरा की रेत पर चलता रहा कोई
कोई समंदर में डूब कर पार कर गया
और दर्द की दरिया में मचलता रहा कोई।।
दाग दामन पर लिए फिरता चला गया
इक इश्क के धुंध में घिरता चला गया
उसने मुझको कुछ तो सहारा दिया होगा
फिर भी न जाने क्यूं मै गिरता चला गया।