220+ Best Don Shayari in Hindi 2025

कुछ लोग खुद को साबित करने के लिए लड़ते हैं, और कुछ का नाम ही काफी होता है। जब बात हो दम, स्टाइल और बोलने के तरीके की, तो वहां एक अलग ही पहचान बनती है। Don Shayari In Hindi उन्हीं शख्सियतों के लिए है जिनकी मौजूदगी ही रौब बन जाती है। ये शायरियां आपके ऐटिट्यूड, तेवर और कड़क सोच को दर्शाती हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो भीड़ में नहीं खोते, बल्कि भीड़ को अपनी मौजूदगी से चौंका देते हैं, तो ये शायरियां आपके लिए ही हैं।
Don Shayari in Hindi
मैं डॉन हूँ किसी गरीब को सताता नहीं हूँ,
गलत करने वालों को उनकी औकात बताता हूँ..!!
दुनिया दारी की चादर ओढ़ के बैठे हैं,
पर जिस दिन दिमाग सटका ना तो इतिहास भी बदल देंगे..!!
प्यार से जो बात करे उसका सम्मान है,
वरना इस शहर के हम असली डॉन है..!!

मैं बंदूक और गिटार दोनों चलाना जानता हूं,
तय तुम्हे करना है की आप कौन सी धुन पर नाचोगे..!!
हम नहीं सुनते एक शब्द अपनी शान के खिलाफ,
क्या तुम्हें पता है? कौन है इस डॉन के खिलाफ..!!
भाड़ में जाये लोग और लोगो की बातें,
हम वैसे ही जियेंगे, जैसे हम है चाहते..!!
लोग डरते है मेरी पहचान से,
कौन पंगा लेगा इस डॉन से..!!
मैं वह डॉन हूँ जो दिलों पर राज करता है,
ये अलग बात है कि हर कोई मुझसे डरता है..!!
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है,
हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है..!!
मैं इस शहर का इकलौता डॉन हूँ,
बेटा मैं तुम्हारे बाप के समान हूँ..!!
बेटा तू जो कुत्ते की तरह भोकता है,
तुझे सच मे कुत्ता न बना दिया तो कहना..!!
तेरी Ego तो 2 दिन की कहानी है,
But मेरी अक्कड़ तो खानदानी है..!!
मैं कभी उनसे बात नही करता,
जो सबसे बात करते है..!!
जब तक शांत हूं शोर कर लो,
जब मेरा वक्त आएगा तो सांस भी नहीं ले पाओगे..!!
अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों,
ना जाने कितने मशहूर हो गये, मुझे बदनाम करते करते..!!
चर्चे उन्हीं के होते है,
जिनके मिजाज कुछ अलग से होते है..!!
जब काटने वाले भी चाटने लगे,
तो समझ जाना की वक़्त तुम्हरा है..!!
जो खानदानी रईस हैं वो, रखते हैं मिजाज़ नर्म अपना,
तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है..!!
तेरी दहाड़ से ज्यादा,
मेरी ख़ामोशी का खौफ है..!!
तेरी मोहब्बत को कभी खेल नही समजा,
वरना खेल तो इतने खेले है कि कभी हारे नही..!!
खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते है,
पर दहशत हमेशा शेर की ही रहती है..!!
मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो,
क्युकी जीतने का मज़ा तभी है जब हारने का रिस्क हो..!!
Shayari Don
मंज़िल नहीं मुझे तो राह से मिलना है,
दुनिया के साथ किसे जीना है,
मुझे तो Attitude में जीकर शान से मरना है..!!
थूक के चाटने की आदत नही हमारी,
एक बार दिल से निकाल दिया,
फिर वापस आने की औकात नही तुम्हारी!

टक्कर की बात मत करो जिस दिन सामना होगा,
उस दिन हस्ती मिटा देंगे..!!
ना पेशी होगी, न गवाह होगा,
अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा..!!
यदि सहन करने की हिम्मत रखता हूँ तो,
तबाह करने का हौसला भी रखता हूं!
शेर के पाँव में काँटा चुभ जाए तो,
उसका ये मतलब नहीं की अब कुत्ते राज करेंगे!
दौलत तो विरासत में मिलती है,
लेकिन पहचान अपने दम पर बनानी पड़ती है..!!
हम भी दरिया है हमे अपना हुनर मालूम है,
जिस तरफ भी चल पडेंगे रास्ता हो जायेगा..!!
कुछ इस तरह बुनूंगा अपनी तकदीर के धागे,
अच्छे अच्छे को झुकना पड़ेगा मेरे आगे..!!
किसी को इश्क़ की अच्छाई ने मार डाला
किसी को इश्क़ की गहराई ने मार डाला
करके इश्क़ कोई ना बच सका जो बच गया
उसको इस डॉन की तन्हाई ने मार डाला !!
मंज़िल नहीं मुझे तो राह से मिलना है
दुनिया के साथ किसे जीना है
मुझे तो Attitude में जीकर शान से मरना है..!!
थूक के चाटने की आदत नही हमारी
एक बार दिल से निकाल दिया
फिर वापस आने की औकात नही तुम्हारी!
कभी भी बदल जाऊँ मैं
फिर भी डर लगे सबको
मुझे देखकर ये सारा शहर
थर-थर कँपकँपने लगे
मैं ही हूँ असली शेर
बाकी सब बस बिल्लियाँ
मेरे नाम से ही तो शुरू होती है
शायरी की जिलियाँ
हर कदम पर खतरे
फिर भी मुस्कुराता हूँ मैं
जो हो सामने
वो डर के भागता हूँ मैं
डॉन हूँ मैं
सबको दिखा दूँगा एक दिन
जो मुझे नहीं समझा
वो मेरी राहों में रुक जाएगा
शब्द मेरे कातिल हैं
सुनकर खौफ खाते हैं लोग
मेरे अंदाज़ से तो दिमागी
हरकतें भी हिलती हैं,
देखो!
राहों में अंधेरे
फिर भी आगे बढ़ता हूँ मैं
हर किसी की मंजिल तो अलग है
पर मैं तो सबसे ऊपर हूँ
मैं वो खेल नहीं खेलता
जिसमे जीतना फिक्स हो
क्योकि जीतने का मज़ा तभी है
जब हारने का रिस्क हो..!!
Don Shayari 2 Line
मैं डॉन हूँ किसी गरीब को सताता नहीं हूँ
गलत करने वालों को उनकी औकात बताता हूँ.!!
दुनिया दारी की चादर ओढ़ के बैठे हैं
पर जिस दिन दिमाग सटका ना तो इतिहास भी बदल देंगे.!!
प्यार से जो बात करे उसका सम्मान है
वरना इस शहर के हम असली डॉन है.!!

मैं बंदूक और गिटार दोनों चलाना जानता हूं
तय तुम्हे करना है की आप कौन सी धुन पर नाचोगे.!!
प्यार से जो बात करे उसका सम्मान है
वरना इस शहर के हम असली डॉन है.!!
लोग डरते है मेरी पहचान से
कौन पंगा लेगा इस डॉन से.!!
मैं वह डॉन हूँ जो दिलों पर राज करता है
ये अलग बात है कि हर कोई मुझसे डरता है.!!
मैं इस शहर का इकलौता डॉन हूँ
बेटा मैं तुम्हारे बाप के समान हूँ.!!
शोहरत के आगे सब फीका पड़ जाएगा
मैं खुद अपनी मोहब्बत का खातिर डगमगाऊंगा|
हम नहीं सुनते एक शब्द अपनी शान के खिलाफ
क्या तुम्हें पता है? कौन है इस डॉन के खिलाफ..!!
भाड़ में जाये लोग और लोगो की बातें
हम वैसे ही जियेंगे जैसे हम है चाहते..!!
लोग डरते है मेरी पहचान से
कौन पंगा लेगा इस डॉन से..!!
मैं वह डॉन हूँ जो दिलों पर राज करता है
ये अलग बात है कि हर कोई मुझसे डरता है..!!
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है
हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है..!!
Don Shayari Attitude
इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर
शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं|
अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों
ना जाने कितने मशहूर हो गये मुझे बदनाम करते करते|
तोड़ेंगे गुरुर इश्क का और इस कदर सुधर जायेंगे
खड़ी रहेगी मोहब्बत और हम सामने से गुजर जायेंगे|
कह दो उसे गर जुदाई अजीज है तो रूठ जाये हमसे
वो हमारे बिन जी सकता है तो हम भी मर नहीं जायेंगे|
वो खुद पे इतना गुरूर करते हैं तो इसमें हैरत की बात नहीं
जिन्हें हम चाहते हैं वो आम हो ही नहीं सकते|
You can also read Attitude Shayari for Girls
कोशिश यही रहती है कि हमसे कभी कोई रूठे ना
मगर नजर अंदाज करने वालो को पलट कर हम भी नही देखते|
प्यार से जो बात करे उसका सम्मान है
वरना इस शहर के हम असली डॉन है|
आज तक ऐसी कोई रानी नहीं बनी
जो इस बदमाश को अपना गुलाम बना सके !
रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते
कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते!
हम भी नवाब है लोगों की अकड़ धूएँ की तरह उड़ाकर
औकात सिगरेट की तरह छोटी कर देते है!
जिनके मिज़ाज़ दुनिया से अलग होते है
महफ़िलो में चर्चे उनके गज़ब होते है !
Bhai Don Shayari
इतिहास में नाम हमारा ही रहेगा
डॉन का खौफ सभी दिलों में हमेशा रहेगा
हम दुश्मनों को मुसीबत में डालने के लिए नहीं
बल्कि खुश रखने के लिए जीते हैं|
दिमाग़ हमारी दुर्बलता नहीं
बल्कि हमारी सबसे बड़ी ताकत है|

मुझसे टकराने की कोशिश मत करना
क्योंकि मेरी ताकत से ही धरती भी काँपती है
मेरे साथ कोई खेल नहीं सकता
क्योंकि मेरी हर बात में एक राज़ छिपा है
मेरे पास ना कोई रास्ता ना कोई शर्त है
फिर भी डर के मारे सब मेरे आगे मुड़ते हैं
चुप रहकर भी खौफ बना रहता हूँ मैं
मेरे दिल की हर धड़कन में डर बसा रहता हूँ मैं
तलवार से ज्यादा शब्द मेरे असरदार हैं
एक झलक से ही लोग डरे हुए रहते हैं
मेरे नाम का डर सबके दिल में समाया है
जो डॉन को जानना चाहता है उसकी जिंदगी में खौफ समाया है
धड़कन के साथ बढ़ता जाए मेरा नाम
डॉन हूँ खौफ से जुड़ा है मेरा पैगाम
हमारी सोच हमारी ताक़त है
और हम उसे कभी नहीं छोड़ते हैं|
तेरा घमंड एक दिन तुझे ही हराएगा
मैं क्या हूं यह तो तुझे वक्त ही बताएगा
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए
हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए|
हराकर कोई जान भी ले ले तो मंज़ूर है मुझको
धोखा देने वालों को मैं फिर मौका नहीं देता|
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है|
शोर करते रहो तुम सुर्ख़ियों में आने का
हमारी तो खामोशियाँ भी एक अखबार हैं|
आदाब से उठती हैं आवाज़ मेरी,
देख लो दोस्तों, मैं हूँ शायरी का दुल्हा।
जब उठती है तोली इस शेर की,
तब जल जाती है इंटरनेट की दुल्हन।
नज़रों में मेरी दरिया बह जाएगा,
खौफनाक इस शायरी का तूफ़ान आएगा।
जब ये शेर सुनाऊंगा मैं तेरे लिए,
आँधी उठेगी और हर दीवार ढह जाएगी।
Don Wali Shayari
लफ़्ज़ों के आरम्भ में आग लगती है,
दिल मेरा आँधी बनकर बह जाती है।
नहीं चाहिए तुझे मेरी मोहब्बत,
अगर तेरे दिल में जुआ खेलने की है आदत।
इस शेर की चाल में दम है,
इन आँखों की चमक में कम है।
मेरी आदतों में जो तेरे लिए खतरा है,
वो खतरा है जो तूफानों से भी डरा है।
जब मेरे होंठों से निकलेंगे शब्द,
तो रुख़सत कर देना अपने आग़ोश में।
मैं शेर की लड़ाई में आया हूँ,
जीत या हार, ये अकेला तेरे आगे ही होगी।
दबंगई की आग मेरे अंदर है,
तेरे दिल को जलाने की वजह यहाँ है।
मेरा रौशनी सा एक गुनाह है,
जिसे नफ़रत कहते हैं, मैं उसे इश्क़ कहता हूँ।
अंदाज़ मेरे बात का हथौड़ा है,
जोश जबरदस्त इस आवाज़ का जहाँ है।
मैं एक मफ़िया हूँ, तेरे दिल का ख़तरा हूँ,
ध्यान से सुन, ये शेर एक चेतावनी है।
दिल में हमेशा आग जलती है,
तेरे दिल को जलाने का दर्द रखती हूँ।
मेरी शायरी का अंदाज़ ख़तरनाक है,
देखो दोस्तों, मैं तो माफिया की रानी हूँ।
जलजलाता हूँ मैं जैसे आग को,
अपनी आवाज़ से सारे शहर को।
इस शेर की आहट तेरे दिल में गूंजेगी,
जब मैं रास्ते पे उतरूंगा, बंदूक लेकर।
शेर इस दिल का जब गुंजारेगा,
दुनिया में धड़कनें ठहरेंगी।
मैं एक ख़तरनाक ख़ासियत हूँ,
जिसे नफ़रत कहते हैं, मैं उसे मफ़िया कहता हूँ।
तेरे अंदाज़ में है वो नक़ाब,
उठा रखा है तूने अपनी ज़ुबान।
ये दोस्ती की अदा बड़ी रंगीन है,
जब तेरी आंखों में छुपा है मेरा दिल काला।
चेहरे की मुस्कान में छुपा है एक अरमान,
खुद को दिखाता हूँ दिलचस्प ये ताबीज़ तेरे नाम।
तेरे इश्क़ की आग में जलता हूँ रोज़,
मेरी शायरी में है इश्क़ और जुबान में है तीरे नाम।
उठा के मुझे तूने मेरे ख़्वाबों से बदला,
अब मैं तेरे ख़्वाबों में आया हूँ रौशनी बिखेरने।
दिल में जलती है दरिया बदली और चमकती है शाम,
ये शायरी मेरे अंदर बसी गुज़री हुई रातों के आवारा नाम।
ना खुद को मानता हूँ ना तुझे अपना मानता हूँ,
मैं एक शायर हूँ, जो ज़िंदगी में हर वक़्त वजने का अदां लेता हूँ।
तेरे आगे हाथ जोड़ता हूँ नहीं दुआ के लिए,
बस मजबूरी में ये जुबां तेरे इश्क़ की गुलामी करती है।
चले आये हैं हम इश्क़ की इंतेहा करने,
दिल में चुभता है आग, ज़ख़्म बनकर सहने।
तेरे इश्क़ का मैं बदला लूँगा सबसे,
अपनी शायरी में है ज़हर और जुबान में तेरे नाम।
तू ख़ुद तो ताबीज़ है, पर जहाँ तक नज़र जाए,
हर किसी को बंद करके रखे हैं तेरी वफ़ाएँ।
जुबां की ताकत से लड़ता हूँ मैं इश्क़ की जंग,
मेरी शायरी में है तूफ़ान और तेरे नाम।
तेरी आँखों में जलती है चिंगारी,
ज़िंदगी की ये कहानी है बेख़ुदी की तमाशा।
जुबान के तीरों से छेड़ा हूँ मैं तेरे दिल को,
मेरी शायरी है आग, मेरे जज़्बात की उर्दू-हिंदी की बरखास्ता।
खामोश बातें हैं ये तेरी ज़ुबान की कहानी,
मेरे दिल का मालिक बन गयी तू रानी।
शायरी में है ख़तरा और ग़मंज़ा है रास्ता,
मैं तेरी आवाज़ हूँ, मेरे अल्फ़ाज़ हैं तेरे इश्क़ की ज़ंजीरों का ज़ालिम नाम।
आग जलती है दिल में, इश्क़ की राहों में,
दर्द की नगरी से हैं ये शेर निकले जो गहराई से।
जुबान की आग में जलते हैं रंग तेरे आशिक़ों के,
मेरी शायरी की बौछार में है दरिया, और तेरी नाम।
आज फिर से ख़ौफ़ जगा है दिल में,
अब नहीं सह सकता मैं तेरे खिलाफ़ ये सियाही।
तेरे इश्क़ की बारिश में भीगा हूँ आज फिर,
इस शायरी की दुनिया में है मेरी नादानी, और तेरी आग और ख़ामोशी का वारीस्ता।
तेरे आगे जो कुछ भी था, सब उसका हुनर छोड़ आया।
उड़ा दिया तेरे ख्वाबों को, मैं हूँ दोस्त, अब तेरा दुश्मन बन आया।
तेरी आँखों में नाकाब है, मेरी रातों का आलम है।
तू धोकेबाज दोस्त था, अब मैं हूँ तेरे ग़म का राम है।
जब से तूने टूटा है मेरा भरोसा, उस दिन से मैंने पहन लिया है इमामा।
अब तू बन गया है मेरी नफ़रत का वजीर, जलता रहे तू शम्मा शम्मा।
तेरी धुलाई का नशा है इतना, जैसे चिढ़ा हुआ हूँ मैं देवदार।
अब चुकाएगा मैंने तुझे तेरे खिलाफ़, इस गली में बस मैं हूँ तेरा अकबर।
तेरी चाल में बात है, तेरी शान में जवां हूँ।
चुकाएगा तेरे खिलाफ़ मैं धार, तेरी नफ़रत में भी अभिमान हूँ।
ज़माना तेरे ख़िलाफ़ है, लेकिन मैं हूँ तेरी अदालत।
दुश्मनों को धुल चटाऊंगा मैं, अपनी राज़ तक तेरे दरबार में संभालत।
ख़तरनाक है मेरा अंदाज़, चीढ़ देता हूँ मैं तेरे दिल को तेज़।
अब बन गया है तेरे ख़िलाफ़ मैं वारी, जानलेवा है मेरी ये गहरी आँखें लाल हैं।
तेरे लिए अभी और मौत बाकी है, मैं तो अपने ख़यालों की ग़ज़ल हूँ।
तुझे तो अभी समझ में नहीं आया, मैं नहीं हूँ वो ज़िन्दा लाश हूँ।
तेरी अदाओं में छुपी है जहरीली चाल, बन गया हूँ मैं अपने दिल का आख़री तलवार।
तुझे नहीं पता है मेरे अंदर की आग, मैं हूँ वो मशहूर मुख़ाबला बाज़ ग़ली का शेर।
तेरी खुदाई भी मैं ही करूंगा, तेरी दुनिया में मैं ही ख़ानदानी हूँ।
मैंने तोड़ दिए हैं तेरे सपने, जब तेरे नाम से डरावनी कहानी सुनानी हूँ।
जितना तुझे इश्क़ होता है, उतना मुझे फ़िक्र है नहीं,
जब तक इस बात का अहसास नहीं, मुझे फ़र्क है नहीं।
जिसे अहमियत तुम देते हो, उसे तो वक्त तक याद रहेगी,
मेरी तो धांसू आदत है, इंतज़ार करने की, वो तो नादान है नहीं।
तेरी जुबान से निकली बातों का कोई असर नहीं,
मेरी अपनी दुनिया है, तेरी ख़बर नहीं।
दुश्मनी तो करते रहो, मुझे तो फ़र्क नहीं पड़ता,
मेरी बदली औकात तो तुझे ही समझनी पड़ेगी।
तेरे इश्क़ की जरूरत नहीं, मुझे तेरे वादों से,
जितनी जल्दी तू भूल जाता है, उतनी जल्दी मैं बेलगाम हो जाता हूँ।
जिस दिन तेरे धोखे का गम बह जायेगा,
मैं तेरे बदले में एक स्माइल बहा दूंगा।