150+ Dhokebaaz Shayari In Hindi 2025

जब किसी अपने से धोखा मिलता है, तो दिल टूट जाता है और मन में सिर्फ दर्द ही रह जाता है। ऐसे हालात में कुछ कह पाना मुश्किल होता है, लेकिन Dhokebaaz Shayari In Hindi के ज़रिए आप अपने टूटे हुए जज़्बातों को शब्दों में ढाल सकते हैं। ये शायरियां उन लोगों के लिए हैं जिन्हें रिश्तों में बेवफाई का सामना करना पड़ा है और जो अपने दर्द को दिल से बयां करना चाहते हैं। अगर आप भी धोखे की टीस को किसी खास अंदाज़ में जाहिर करना चाहते हैं, तो ये शायरी जरूर पढ़ें और साझा करें।
Dhokebaaz Shayari In Hindi
तुम्हारे झूठे वादों का अब
हमें ऐतबार नहीं, धोखे ने सिखाया हमें,
इस दुनिया में प्यार का मतलब बहुत खास नहीं !
धोका तूने ऐसा दिया मेरी जिंदगी में
हर मकसद मुझसे छीन लिया !
धोखा बहुत मिल गया है,
अब मुझे मौके की तलाश है !
तुमसे मिली थी मोहब्बत की पहचान
तुमसे ही दिया धोखे का निशान|
दीवानगी का सितम तो देखो कि धोखा
मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको

हारा हुआ सा लगता है वजूद मेरा
हर एक ने लूटा है दिल का वास्ता देकर !
धोखा खाकर भी हम मुस्कुरा रहे हैं
तुमसे मोहब्बत थी इसलिए निभा रहे हैं|
हम दोनों ही धोखा खा गए हमने तुम्हे औरों
से अलग समझा और तुमने हमे औरों जैसा
कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला !
दिल तो रोज़ कहता है मुझे कोई सहारा चाहिए
फ़िर दिमाग़ कहता है क्यों तुम्हें धोखा दोबारा चाहिए !
तेरी बेवफाई का किस्सा अब भी ताज़ा है
दिल का जख्म आज भी गहरा है|
याद है मुझे हमारी प्यार की कहानी
तेरी बेवफाई का दर्द और मेरी आंखों का पानी !
Pyar Me Dhoka Shayari
वो आफ़ताब लाने का देकर हमें फ़रेब
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया
क्या मिले तुझे मुझसे बेवफाई करके
अच्छे खासे रिश्ते की कबर खोद दी तुमने..!!
सारे राज़ समझो लो लेकिन ख़ुद क्यूँ उन को लब पर लाओ
धोका देने वाला रो दे ऐसी शान से धोका खाओ
तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है !

जिससे सबसे ज़्यादा मोहब्बत की
उसी ने हमें सबसे बड़ा धोखा दिया|
धोखा देने वाले तू एक दिन पछताएगा
जब तुझे भी कोई इसी तरह से रुलायेगा|
नशा शराब का हो या मोहब्बत का
जब यह उतरेगा तो तुम बर्बाद हो चुके होंगे..!!
धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते|
खुले आम दुश्मनी कर लो
मगर दिखावे की दोस्ती ना करो|
ख़ामोशी बेवजह नहीं होती
कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करते है|
Dosti Mein Dhoka Shayari
दोस्ती का मेरी अच्छा सिला दिया उसने
मुसीबत में मेरी मुझे भुला दिया उसने !
धो लेते हैं घाव को दिल के मैखाने के जाम से
नफरत हो गई है मुझे अब दोस्ती के नाम से !
काम आए ना मुश्किल में कोई यहां
मतलबी दोस्त हैं मतलबी यार हैं !
धोखेबाज दोस्तों की बस एक ही कहानी है
जरूरत पड़ने पर धोखा देना उनकी निशानी है !
अक्सर ऐसा भी मोहब्बत में हुआ करता है
कि समझ-बूझ के खा जाता है धोका कोई

हम को यारों ने याद भी न रखा
जौन’ यारों के यार थे हम तो !
जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ
देखा है जिदंगी में हमने ये आज़मा के
देते है यार धोख़ा दिल के करीब ला के !
इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं
दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं !
Love Dhoka Shayari
तेरे बाद मैंने मोहब्बत को
जब भी लिखा गुनाह लिखा
दिल टूटा है आज भी पर दर्द नहीं हुआ
क्या करे अब तो धोखा खाना एक आदत सी बन गयी है
वो आफ़ताब लाने का देकर हमें फ़रेब
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया
आज कल मुझसे तुम रूठे रूठे से रहते हो
लगता है मुलाकात किसी और से करते हो
पहले इश्क़ फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरकीब से एक इश्क़ ने तबाह कर दिया
क्या मिले तुझे मुझसे बेवफाई करके
अच्छे खासे रिश्ते की कबर खोद दी तुमने

सारे राज़ समझो लो लेकिन ख़ुद क्यूँ उन को लब पर लाओ
धोका देने वाला रो दे ऐसी शान से धोका खाओ
तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है !
नशा शराब का हो या मोहब्बत का
जब यह उतरेगा तो तुम बर्बाद हो चुके होंगे
मैंने प्यार जितनी तसल्ली से किया
उसने धोखा भी बहुत मजे से दिया
हम मोहब्बत करते रहे और वो मजाक
एहसास तब हुआ जब श्मशान में बन गया राख
तुमसे प्यार तो ना मिला ये धोखा ही निशानी है
बरसों गुज़र गए पर अधूरी हमारी कहानी है
Boyfriend Dhoka Shayari
धो लेते हैं घाव को दिल के मैखाने के जाम से
नफरत हो गई है मुझे अब दोस्ती के नाम से !
मेरी जुबां पर हर वक्त सिर्फ दोस्त का ही नाम आया
लेकिन मेरे बुरे वक्त में उस दोस्त ने साथ नहीं निभाया|
धोखा तो मिलना ही था मुझे इस शहर मे
इश्क जो मैने एक बेवफा से किया था !!
तुमने की तो मोहब्बत जो हमने किया उसका क्या
तुमको मिला तो वो धोखा जो हमने खाया उसका क्या !!
बस तुम्हे पाने की तमन्ना नही रही
मोहब्बत तो आज भी तुमसे बेशुमार करते है !
समझा लिया फ़रेब से मुझ को तो आप ने
दिल से तो पूछ लीजिए क्यूँ बे-क़रार है
इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं
दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं|
वो आफ़ताब लाने का देकर हमें फ़रेब
हमसे हमारी रात के जुगनू भी ले गया !!
हमने सच्चाई से प्यार निभाया हर बार
तुमने झूठे वादों से किया हमें बेकार !!
दिन का क्या है दिन तो सबका ही ढलेगा
धोखा देने वाली धोखा तुझे भी मिलेगा !
दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है
धोका खा कर बताना बड़ा मुश्किल है !
Dhoka Dene Wali Shayari
आगे निकल गए सारे ख्वाब मेरे
मैं वक्त की मार सह कर पीछे रह गया
ठोकरे खाई है अपनो से हमेशा
तुम कोई पहले नही हो
इस दुनिया में अक्सर ऐसा होता है
सच्ची मोहब्बत का तोहफा धोखा होता है|
कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं
ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका
छोड़ तो दिया मुझे पर ये सोचा है कभी तुमने
अब जब भी झूठ बोलोगी तो कसम किसकी खाओगी|

दिल के ज़ख्म भरते-भरते कब वो दिल
ज़ख़्मी कर गए पता ही नहीं चला
किस ने वफा के नाम पे धोखा दिया मुझे
किस से कहूं कि मेरा गुनहगार कौन है|
जो उन मासूम आँखों ने दिए थे
वो धोके आज तक मैं खा रहा हूँ
दिलों जान से चाहा था उसे लेकिन उसने मेरी
मजबूरी को धोखेबाजी का नाम दे दिया
अक्सर धोखे मिलते है अपनो से
पराये तो अक्सर पराये ही रहते है
Apno Se Dhoka Shayari
जिनकी दुआ किया करते थे रोज हजारों में
वहीं बेचते थे रिश्ते हर रोज बाजारों में !
तू भी सादा है कभी चाल बदलता ही नहीं
हम भी सादा हैं इसी चाल में आ जाते हैं
वो शख्स बड़ा मासूम था मोहब्बत से पहले
पता नहीं क्यू दिल में बसते ही धोखेबाज़ हो गया
मुझ पर हक तुमने उस दिन खो दिया था
जिस दिन तुमने मुझे धोखा दिया था !
गैरों से हम कब तक शिकायत करें
कोई अपना दगा करे तो क्या करें !!
मेरी जेब में ज़रा सा छेद क्या हो गया
सिक्के से ज़्यादा तो रिश्ते गिर गए !
जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें
उनमें पराये कम अपने ज्यादा मिलें !
जिनकी दुआ किया करते थे रोज हजारों में
वहीं बेचते थे रिश्ते हर रोज बाजारों में !
धोखा देने वाले को क्या सजा दूं
मेरे अपने ही धोखेबाज निकले !!
अर्ज़ किया है मेरी शायरी में अब भी बहुत दर्द की कमी है
शायद फिर से तेरे धोखे का इंतज़ार है मेरे इस दिल को
Dhoka Shayari 2 Lines
जिन्हें प्यार का भरोसा था मुझसे
उनके ही धोखे ने मुझे तोड़ा है|
धोखा देकर तुमने मेरी रातें सवेरा किया
अब तो हकीकत ने भी ख्वाब दिखा दिया
ज़ख़्म लगा कर उस का भी कुछ हाथ खुला
मैं भी धोका खा कर कुछ चालाक हुआ
जिसे हमने अपना समझा उसने ही धोखा दिया
जिस पर किया भरोसा उसने ही दिल तोड़ दिया|
सब कुछ झूट है लेकिन फिर भी बिल्कुल सच्चा लगता है
जान-बूझ कर धोखा खाना कितना अच्छा लगता है !
दिल के रिश्तों में धोखा नही चलता
प्यार करने वालों का दिल कभी नहीं जलता|
धोखा देने वाले को क्या सजा दूं
मेरे अपने ही धोखेबाज निकले|
चार किताबें पढ़कर यहां कुछ हासिल नहीं हुआ
बिना धोखा खाए इस जहां में कोई काबिल नहीं हुआ !
दिल के अरमान आंसुओं में बह गए
हम वफ़ा करके भी बेवफ़ा बन गए|
किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर फिर भी
ये हुस्न ओ इश्क़ तो धोका है सब मगर फिर भी