200+ Dada Dadi Shayari in Hindi 2025

दादा-दादी हमारे जीवन की वो छाया हैं, जिनकी कहानियाँ, दुआएँ और ममता जीवन को सुकून देती हैं। उनके बिना बचपन अधूरा लगता है और उनके साथ बिताए पल अनमोल होते हैं। Dada Dadi Shayari in Hindi का यह संग्रह उन्हीं रिश्तों को शायराना लफ़्ज़ों में समर्पित है, जो दिल को छू जाएं। इन शायरियों के ज़रिए आप अपने दादा-दादी के प्रति प्यार, सम्मान और यादों को सुंदर अंदाज़ में बयां कर सकते हैं। ये शायरियाँ उनके चेहरे पर मुस्कान और दिल में खुशी ज़रूर ला देंगी।
Dada Dadi Shayari in Hindi
बहुत ताकत होती है
उन झुर्रियों वाले हाथों में
जिंदगी जीने के तजुर्बे मिलते है
दादा दादी की बातों में।
लव यू दादा दादी।
सारी उम्र हमें जिन हाथों ने सँभाला,
जिन हाथों ने बचपन मे गिरने से सँभाला,
आज भी उनके हाथों में मेरा हाथ है,
कैसे छोड़ दूँ इस हाथ को ये दादी माँ का साथ है।
मुझे किस्से कहानी और
वो लोरी जो दादी सुनाती है,
कई सीखें छुपकर उसमे
वो सारी बातें बताती है।

दादा दादी पैसे खर्च करते हैं
पर कुछ पाने के लिए नहीं बल्कि,
मेरी मुस्कान खरीदने के लिए।
वक़्त के साथ-साथ जब एक बच्चा
धीरे-धीरे बूढा बन रहा होता है
उसी वक़्त के चलते एक बूढा
फिर से बच्चा बन जाता है।
दादा-दादी की यादों में खो जाएं,
उनकी यादों से दिल को बहलाएं,
उनका प्यार हमेशा याद रहे,
दादा-दादी की यादों में हम खो जाएं।
दादा-दादी का प्यार अमूल्य,
ना मिलेगा दोबारा ऐसा निवाल,
उनकी यादें बन गईं खुशबू,
जो बिखरी है मन के कोने-कोने।
दादा दादी के बिना अधूरा सा लगता है घर,
उनकी मुस्कुराहट से ही है सब कुछ प्यारा।
दुलार है उनकी बातों में, सब कुछ है उनके प्यार में,
दादा दादी, आप दोनों हो सबसे अनमोल संसार में।
बचपन में जो नसीहतें दी थी हमें,
अब समझ आता है वो कितना सही कहें।
संस्कारों की नींव जो उन्होंने रखी,
आज भी वैसी ही मजबूत रही।
दादा-दादी के साथ हर पल खुशियाँ हैं,
उनकी ममता में छुपा है प्यार का जादू है।
उनके साथ हो ये जीवन की सबसे बड़ी खुशी,
मेरी दादा-दादी को मेरा सलाम है।
बच्चों के बचपने में
खुद का बचपना
देखती है मेरी प्यारी
प्यारी सी दादी माँ।
दादा दीदी, आपकी जोड़ी है प्यारी,
एक दूसरे में छुपी है अद्भुत बातें।
साथ में जीने का मज़ा है कुछ ख़ास,
ख़ुदा से मेरी है यह दुआ, हमेशा रहें आप साथ।
दादा दीदी, आपकी प्यारी सी बातों में,
छुपी है दुनिया की सारी राज़।
आप दोनों की मुस्कान में है सब कुछ,
खुदा से मेरी है यह गुजारिश, आप दोनों हमेशा खुश रहें।
एक जवान पिता भले ही अपने माता-पिता की इज़्जत न करें,
पर उसके बूढ़े माता-पिता
हमेशा अपने पोते को यही सीख देते हैं
कि अपने माता-पिता की हमेशा कद्र करना।
मेरे दादा और दादी की बड़ी प्यारी है जोड़ी
दादा ना मानें बात तो दादी रूठ जाती है थोड़ी।
मेरी दादी मुझसे बहुत प्यार करती है
जब भी मैं ठोकर खाकर गिरता
वो मुझे अपनी गोदी में उठा लेती है।
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दादी माँ के प्यार और आशीर्वाद से ही,
घर की बढ़ती है रौनक और तरक्की
मेरी दादी सबसे प्यारी सबकी डांट से मुझे बचाती
मेरे लिए मीठे पकवान वो समय-समय पर बनाती।
घर में माँ के अलावा भी एक माँ होती है
हर किसी के दुःख-सुख में दादी माँ शरीक होती है।
Dada Dadi Ke Liye Shayari
पोते के लिए दादा दादी उस भगवान की तरह हैं
जो उसकी हर ख्वाहिश को पूरा करते हैं
और भगवान से दुआ भी करते हैं कि
इसकी हर ख्वाहिश पूरी हो जाए।
कुछ पैसे साड़ी में गाँठ मार कर रखती है
मेरी दादी माँ भी एक छोटा एटीएम रखती है।
बहुत गहरी सीख होती थी
उनकी कहीं गयी बातों में
उनका प्यार झलकता है
बचपन की मीठी यादों में।

दादा-दादी साथ बैठ बीती बातें सुनाते हैं
क्या करना चाहिए और क्या नहीं यह बतलाते हैं।
घर में सबसे प्यारी मेरी दादी माँ
दादा के चेहरे की मुस्कान मेरी दादी माँ
घर के बच्चों की जान मेरी दादी माँ
ईश्वर का वरदान मेरी दादी माँ।
झुर्रियों में छुपा प्यार का खजाना,
दादा-दादी का साया सदा रहना।
बचपन की यादों को संजोते,
हर पल में खुशियाँ लाते।
माँ-बाप का तो सर पर बस
हाथ काफी होता है पर
दादा-दादी की तो सिर्फ
दुआ ही काफी होती है।
जब सर पर दादा दादी का आशीर्वाद है
तो किसी चीज से डरने की क्या बात है।
दादा-दादी का बुढ़ापे में भी
बचपन लौट आता है जब
पोता गोद में खेल रहा होता है
घर के बुजुर्गों के संग
वक़्त गुजारा करो,
जो बड़े खुशनसीब होते है
उन्हीं की दादा दादी होते हैं।
मखमल के गद्दों में भी वो सुकून कहां
जो सुकून दादी माँ की गोद में मिलता है।
वो दादी की लौरी वो दादा के किस्से
हर बच्चे के बचपन के सबसे खूबसूरत हिस्से।
पोते को कमाता देख सुक़ून भरी नमी देखी है
मैंने उस बूढ़े की आंख में खुशी देखी है।
पापा की डांट से मुझे बचाये
माँ की मार से मुझे बचाये
जब उदास हो जाऊं मैं
तो प्यार से मेरा सर सहलाए।
दादा-दादी साथ बैठ बीती बातें सुनाते हैं
क्या करना चाहिए, क्या नहीं यह बतलाते हैं।
दादा-दादी अपनी बातों से
जीवन का तजुर्बा बताते हैं
अपने पोता-पोती पर ये
सबसे ज्यादा प्यार लुटाते हैं
मेरे लिए करते भगवान से
हर दिन ये फरियाद
मेरे ऊपर है मेरे
प्यारे दादा दादी का आशीर्वाद
बहुत याद आता है मेरा बचपन सुहाना,
दादाजी के साथ खेलना और
दादाजी के हाथों से खाना खाना।
दादा दादी के दिये आशीर्वाद ने ही
मुझे आज सफल बनाया है,
जिंदगी की इस तेज धूप में भी
हमेशा ही उनके ही आशीषों का साया है।
झुलाती थी दादी माँ तुम हमेशा
मुझे अपने प्यार की झोली में
अब से झूलेंगे तेरी यादों के झूले में
दादी के लिए दो लाइन
बचपन की ये दो बातें
अक्सर याद आती है
सुलाने के लिए दादा की लोरी
और सोने के लिए दादी माँ की गोदी
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
किसी से भी कोई मेरे साथ है,
मैं बेफिक्र हूं क्योंकि मेरे दादाजी का
आशीर्वाद हमेशा ही मेरे साथ है।
हद से बढ़ जाए तालुक तो गम ही मिलते है,
मेरे दादाजी जैसे अच्छे इंसान बहुत कम ही मिलते है।

पापा से सीखने को मिली
दुनियादारी और सम्मान की बातें,
परंतु दादाजी से सीखने को मिली
दुनिया भर की बातें।
मेरी दादी माँ लाखों में एक है,
इनके बारे में भला क्या कहना है,
मेरी दादी का प्यार है सबसे कीमती
इनका प्यार ही मेरा असली गहना है
खेल कूद में पोते पोती के संग
नहीं रह पाते वो आपे में,
बचपना भी दो बार आता है
एक बार बचपन में और एक बार बुढ़ापे में।
अपनी कहानियों में ही बहुत कुछ सिखा देती है,
खेल खेल में जीवन का असली सार बता देती है,
गुड़ियों को परी तो गुड्डों को राजकुमार बता देती है,
जीवन में प्यार का असली मतलब समझा देती है।
आपकी हर याद बहुत सताती है मुझे
उन की हर आहट पास बुलाती है मुझे
मम्मा पापा तो बहुत प्यार करते हैं मगर
दादाजी के प्यार की कमी खलती है मुझे
किस्मत ने आज अपना खेल कर दिया,
दादी को हमसे दूर ले जाकर
मानो हमें दुखों से आज बेहाल कर दिया,
दादी जी आप बहुत याद आओगे।
चाँदनी रात में किस्से सुनाते,
दादा-दादी अक्सर प्यार जताते।
आँचल में छुपाते हर गम हमारा,
उनके बिना जीवन अधूरा।
अब उम्र के इस पड़ाव में थके हैं,
पर पोते-पोतियों के लिए खुशियाँ बिखेरते हैं।
उनकी आँखों में ख्वाबों का सपना,
उनके लिए जीवन में हर खुशी मंगना।
बात बात पर मुझे गले लगाते थे
कभी घोड़ा बन पीठ पर अपनी बिठाते थे
पता नहीं कहाँ कितने दूर चले गए दादाजी
हर मेला मुझे वो अपने कंधे पर बिठा कर दिखाते थे
हाथ पकड़कर दादा ने मुझे चलना सिखाया
हर कठिनाइयों में मुझे संभलना सिखाया
शायद मुझे अकेला छोड़कर जाना ही था उनको
इसीलिए तूफ़ानों से अकेले टकराना सिखाया
खुशक़िस्मत है जिसको भी नसीब होती है
हर पल मुस्कुराने की वज़ह होती है
दादा दादी की गोद छुपने के लिए
घर में दादी माँ की
सबसे प्यारी होती है मुस्कुराहट,
जिस घर में नहीं होती है
वहाँ होती है मन में कड़वाहट।
दादा-दादी थोड़े से माता-पिता,
थोड़े से शिक्षक और
थोड़े से सबसे अच्छे दोस्त होते हैं
दादा पोता शायरी Hindi 2 Line
जब भी मेरी जिंदगी में मुसीबतें आती थीं,
मेरी दादी के आगे उनकी एक भी नहीं चल पाती थी।
जिस घर के बुजुर्ग खुश नहीं रहते
उस घर में भगवान नहीं बसते
अगर चाहते हो वर्षों का अनुभव कुछ पल में पाना
तो हर दिन कुछ समय बुजुर्गों के पास जरुर बिताना।
मेरी लम्बी उम्र के लिए वो हमेशा दुआएँ करती है,
वो मेरे दादी माँ ही है जो मुझसे बहुत प्यार करती है

हजारों बातें और हजारों कहानियाँ दादा दादी सुनाते हैं
हर छुट्टी में वो दोनों हमें अपने पास बुलाते हैं।
बुजुर्गों के बिना कहाँ किसी का घर भरा-पूरा होता है
बुजुर्ग ना हों साथ तो जिंदगी का रंग अधूरा होता है।
मेरे दादा-दादी की उम्र लम्बी करना भगवान
क्योंकि जबतक वो पास हैं, तो मैं हूँ बड़ा धनवान
दादी का साया जब तक साथ था,
तब तक हर बुरी बला से मेरा दूर का वास्ता था।
रोने लगता तो हँसाने आ जाते थे मुझे
प्यार करते करते मेरी गलती का भी एहसास दिला देते थे।
कहानियों में बसता है ज्ञान,
दादा-दादी का प्रेम है महान।
बच्चे बिगड़ते भी नहीं और बिखरते भी नहीं
दादा-दादी की परवरिश में में वो जादू होता है।
दादा जी अक्सर रहते हैं, पैर दर्द से परेशान
लेकिन वो अब भी हैं मेरे घर की जान।
दादी माँ पहले आँसू आते थे तो तुम याद आती थी,
आज तुम याद आती हो और आँसू निकल आते है
लड़ सकते हैं जो हमारे लिए भगवान के आगे,
सच कुछ और बढ़कर नहीं बुजुर्गों की दुआ के आगे।
हर घर में संस्कार का बीज बोना ज़रूरी है
इसीलिए हर घर में दादा दादी का होना ज़रूरी है।
हाथ पकड़ चलना उन्होंने सिखाया,
गिरने पर हौसला भी बढ़ाया।
संस्कारों की जोत जलाई उन्होंने,
हर मुश्किल में राह दिखाई उन्होंने।
कहानियों में जिनसे राजा-रानी सुने,
असल में वही तो हमारे दादा-दादी बने।
स्नेह से भरी उनकी बातें,
जैसे मधुर संगीत की सौगातें।
दादा-दादी हैं घर की जान,
उनकी हँसी से खिलता सारा जहान।
संस्कारों की छाया ये देते,
हर मुश्किल में साथ ये रहते।
बचपन की ये दो बातें अक्सर याद आती है
सुलाने के लिए दादा की लोरी और सोने के लिए दादी माँ की गोदी।
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाए
दादी माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये।
वो घर अनाथ आश्रम से कम नहीं है
जिस घर के बुजुर्ग वृद्ध आश्रम में रहे हैं।
आपकी गोदी में है सुकून का जहाँ,
दादा दीदी, आप हो मेरी जिंदगी का अरमान।
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है दादी माँ देखी है।
कभी-कभी नहीं हर रोज़ बेशुमार याद आता है
मुझे मेरी दादी का प्यार याद आता है।
वो घर अनाथ आश्रम से कम नहीं है
जिस घर के बुजुर्ग वृद्ध आश्रम में रहे हैं।