180+ Sukoon Shayari in Hindi | सुकून शायरी 2025

Sukoon Shayari

ज़िंदगी में हर कोई कुछ न कुछ हासिल करने की दौड़ में है, लेकिन इस भागदौड़ में जो सबसे ज़रूरी चीज़ छूट जाती है, वो है सुकून। कभी किताबों में, कभी खामोशी में और कभी किसी की बातों में ही सुकून मिल जाता है। Sukoon Shayari In Hindi इन्हीं सुकून भरे लम्हों को खूबसूरत शब्दों में बयां करती है। ये शायरियां दिल को राहत देती हैं और मन को शांति का एहसास कराती हैं। इस लेख में हम कुछ चुनिंदा शायरी प्रस्तुत कर रहे हैं जो आपको अंदर तक सुकून का एहसास कराएंगी।

Sukoon Shayari in Hindi

सुकून की बात अब मत कर मेरे दोस्त,
वो बचपन वाला इतवार अब नहीं आता..!!

बचपन जो गया, सुकून साथ ले गया,
चुनौतियों और जिम्मेदारियों का बोझ दे गया..!!

हर पल जिन्दगी का अब बस धुआँ है,
न जाने सुकून-ए जिन्दगी अब कहां है..!!

Sukoon Shayari in Hindi
Sukoon Shayari in Hindi

जब दीदार हुआ उनका इन तरसती आँखों को,
तब जाकर राहत-ए-खुदा मिली..!!

यु तो हर रोज रूबरू होते है चहेरे बहुत मुझसे,
लेकिन रूह को सुकून तब मिलता है जिसमे मिले वो चेहरा तुम्हारा..!!

कुछ इस तरह सुकून-ऐ-जिंदगी हासिल कर ली,
किसी को माफ कर दिया, किसी से नफरत कर ली..!!

जबरदस्ती की नजदीकियों से,
सुकून की दूरियां ही अच्छी है..!!

जिंदगी में तू ही वो शख्स है,
जिससे सुकून भी है और बेचैनी भी..!!

सुकून अगर जिंदगी में चाहते हो तो सफर तनहाई में करना,
मार देगा जो जिस पर मरोगे बेहतर है खुद पर ही मरना..!!

मिल जाता है सुकून उनकी तस्वीर देख कर,
कुछ शख्स हमारी जिंदगी में ऐसे भी होते हैं..!!

उन हसीन पलो को याद कर रहे है,
आसमान से आपकी बात कर रहे है,
सुकून तो तब मिला हमें जब हवाओ ने बताया,
आप भी हमें याद कर रहे है..!!

सुकून देता है मुझे उनका यु बार-बार देखना हमें,
अब क्या फर्क पड़ता है वो मेरा है या किसी और का..!!

सुकून के पल शायरी

राहत मिल दिल को जब लबों पे तेरा नाम आया,
इस बेचैन जिन्दगी को तब जाकर कहीं आराम आया..!!

सुकुन-ए-जिन्दगी पल भर को तरसती है,
तेरी गैर मौजूदगी में ना जाने ये आंखे क्यूँ बरसती है..!!

ना किसी के लौटने की खुशी, ना किसी को खोने का गम,
ये जख्म भरी जिंदगी में ढूंढ रहे है सुकून के पल..!!

चलो थोड़ा सुकून की और चला जाए,
जो दिल दुखाते हैं उनसे दूर ही रहा जाए..!!

सुकून के पल शायरी
सुकून के पल शायरी

बहुत बड़ा है दुनिया का बाजार,
मगर यहां इक सुकून-ए-दिल की दुकान नही मिलती..!!

वो एक ही शब्द काफी है मेरे सुकून के लिए,
बस तुम दिल से एक बार कह दो की तुम खास हो मेरे लिए..!!

कमाता चला जा रहा है पर वक्त नहीं है,
क्या ख़ुशी ढूंढ रहा है जब सुकून नहीं है..!!

वक्त से कह दो थोड़ी देर के लिए यही ठहर जाए,
क्योकि बड़े अरसे बाद आज मुझे सुकून मिला है..!!

इश्क़ भी हो सुकून भी मिले,
खुदा ने ये सहूलियत बनायी ही नहीं..!!

सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना सिर्फ एक बार गले लग कर मिलता है..!!

सांसो में समाओ तो खुशबु है हम,
और दिल में उतरो तो सुकून है हम..!!

आयोडेक्स सा है, प्यार तेरा,
कभी जलन देता है, तो कभी सुकून देता है..!!

ना शायरी में मिलेगा, ना नग्मों में मिलेगा,
ये सुकून बस माँ के क़दमों में मिलेगा..!!

सुकून के साथ मरने के लिए अब यही करना होगा,
उम्मीद जितनी कम होंगी, दिल पे बोझ उतना ही कम होगा..!!

खुद औरों को दर्द दिये फिरतें है,
और कहतें है सुकून भरी बाँहों की तलाश है हमे..!!

चेहरे पर सुकून तो बस दिखाने भर का हैं,
वरना बेचैन तो दिल जमाने भर का है..!!

जब नज़रों में उनके हम नज़र आतें है,
वो ख़ुशी के चंद पल बरसों का सुकून दे जाते है..!!

उनको पा कर सोचा था सुकून मिल जायेगा,
इस गम भरी जिन्दगी को जीने का जूनून मिल जायेगा,
मगर बेवफाई की बोछर इस क़दर हुई मुझ पर,
सुकून-जिन्दगी का बस छीन-सा गया..!!

अब बड़े हो गए तो ये जान चुके है की,
इंसान या तो सुकून में रह सकता है या बड़े घर में..!!

हमसे मत पूछना ख़्वाबों की क़ीमत,
बहुत ख़्वाबों को पाला है हमने भी सुकून बेच कर..!!

सुकून शायरी

और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा

क़रार दिल को सदा जिस के नाम से आया
वो आया भी तो किसी और काम से आया

हम को न मिल सका तो फ़क़त इक सुकून-ए-दिल
ऐ ज़िंदगी वगर्ना ज़माने में क्या न था

सुकून शायरी
सुकून शायरी

न जाने रूठ के बैठा है दिल का चैन कहाँ
मिले तो उस को हमारा कोई सलाम कहे

नाम होंटों पे तिरा आए तो राहत सी मिले
तू तसल्ली है दिलासा है दुआ है क्या है

सुकून दे न सकीं राहतें ज़माने की
जो नींद आई तिरे ग़म की छाँव में आई

सुकून-ए-दिल के लिए इश्क़ तो बहाना था
वगरना थक के कहीं तो ठहर ही जाना था

मय-कदा है यहाँ सुकूँ से बैठ
कोई आफ़त इधर नहीं आती

ग़म है तो कोई लुत्फ़ नहीं बिस्तर-ए-गुल पर
जी ख़ुश है तो काँटों पे भी आराम बहुत है

मंज़िल पे भी पहुँच के मयस्सर नहीं सकूँ
मजबूर इस क़दर हैं शुऊर-ए-सफ़र से हम

किस ने पाया सुकून दुनिया में
ज़िंदगानी का सामना कर के

ये किस अज़ाब में छोड़ा है तू ने इस दिल को
सुकून याद में तेरी न भूलने में क़रार

Sukoon Shayari 2 Line

दिल की ज़िद इस लिए रख ली थी कि आ जाए क़रार
कल ये कुछ और कहेगा मुझे मालूम न था

बड़े सुकून से अफ़्सुर्दगी में रहता हूँ
मैं अपने सामने वाली गली में रहता हूँ

सुकून-ए-दिल जहान-ए-बेश-ओ-कम में ढूँडने वाले
यहाँ हर चीज़ मिलती है सुकून-ए-दिल नहीं मिलता

Sukoon Shayari 2 Line
Sukoon Shayari 2 Line

मिला न घर से निकल कर भी चैन ऐ ‘ज़ाहिद’
खुली फ़ज़ा में वही ज़हर था जो घर में था

किसे ख़बर कि अहल-ए-ग़म सुकून की तलाश में
शराब की तरफ़ गए शराब के लिए नहीं

मौत की गोद में जब तक नहीं तू सो जाता
तू ‘सदा’ चैन से हरगिज़ नहीं सोने वाला

बचपन जो गया, सुकून साथ ले गया,
चुनौतियों और जिम्मेदारियों का बोझ दे गया..!!

You can also read Dard Shayari 2 Line in Hindi

हर पल जिन्दगी का अब बस धुआँ है,
न जाने सुकून-ए जिन्दगी अब कहां है..!!

जब दीदार हुआ उनका इन तरसती आँखों को,
तब जाकर राहत-ए-खुदा मिली..!!

यु तो हर रोज रूबरू होते है चहेरे बहुत मुझसे,
लेकिन रूह को सुकून तब मिलता है जिसमे मिले वो चेहरा तुम्हारा..!!

कुछ इस तरह सुकून-ऐ-जिंदगी हासिल कर ली,
किसी को माफ कर दिया, किसी से नफरत कर ली..!!

जबरदस्ती की नजदीकियों से,
सुकून की दूरियां ही अच्छी है..!!

जिंदगी में तू ही वो शख्स है,
जिससे सुकून भी है और बेचैनी भी..!!

Zindagi Sukoon Shayari

सुकून अगर जिंदगी में चाहते हो तो सफर तनहाई में करना,
मार देगा जो जिस पर मरोगे बेहतर है खुद पर ही मरना..!!

मिल जाता है सुकून उनकी तस्वीर देख कर,
कुछ शख्स हमारी जिंदगी में ऐसे भी होते हैं..!!

उन हसीन पलो को याद कर रहे है,
आसमान से आपकी बात कर रहे है,
सुकून तो तब मिला हमें जब हवाओ ने बताया,
आप भी हमें याद कर रहे है..!!

Zindagi Sukoon Shayari
Zindagi Sukoon Shayari

सुकून देता है मुझे उनका यु बार-बार देखना हमें,
अब क्या फर्क पड़ता है वो मेरा है या किसी और का..!!

राहत मिल दिल को जब लबों पे तेरा नाम आया,
इस बेचैन जिन्दगी को तब जाकर कहीं आराम आया..!!

सुकुन-ए-जिन्दगी पल भर को तरसती है,
तेरी गैर मौजूदगी में ना जाने ये आंखे क्यूँ बरसती है..!!

ना किसी के लौटने की खुशी, ना किसी को खोने का गम,
ये जख्म भरी जिंदगी में ढूंढ रहे है सुकून के पल..!!

चलो थोड़ा सुकून की और चला जाए,
जो दिल दुखाते हैं उनसे दूर ही रहा जाए..!!

बहुत बड़ा है दुनिया का बाजार,
मगर यहां इक सुकून-ए-दिल की दुकान नही मिलती..!!

वो एक ही शब्द काफी है मेरे सुकून के लिए,
बस तुम दिल से एक बार कह दो की तुम खास हो मेरे लिए..!!

कमाता चला जा रहा है पर वक्त नहीं है,
क्या ख़ुशी ढूंढ रहा है जब सुकून नहीं है..!!

वक्त से कह दो थोड़ी देर के लिए यही ठहर जाए,
क्योकि बड़े अरसे बाद आज मुझे सुकून मिला है..!!

इश्क़ भी हो सुकून भी मिले,
खुदा ने ये सहूलियत बनायी ही नहीं..!!

सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना सिर्फ एक बार गले लग कर मिलता है..!!

सांसो में समाओ तो खुशबु है हम,
और दिल में उतरो तो सुकून है हम..!!

Khamoshi Sukoon Shayari

आयोडेक्स सा है, प्यार तेरा,
कभी जलन देता है, तो कभी सुकून देता है..!!

ना शायरी में मिलेगा, ना नग्मों में मिलेगा,
ये सुकून बस माँ के क़दमों में मिलेगा..!!

सुकून के साथ मरने के लिए अब यही करना होगा,
उम्मीद जितनी कम होंगी, दिल पे बोझ उतना ही कम होगा..!!

Khamoshi Sukoon Shayari
Khamoshi Sukoon Shayari

खुद औरों को दर्द दिये फिरतें है,
और कहतें है सुकून भरी बाँहों की तलाश है हमे..!!

चेहरे पर सुकून तो बस दिखाने भर का हैं,
वरना बेचैन तो दिल जमाने भर का है..!!

जब नज़रों में उनके हम नज़र आतें है,
वो ख़ुशी के चंद पल बरसों का सुकून दे जाते है..!!

उनको पा कर सोचा था सुकून मिल जायेगा,
इस गम भरी जिन्दगी को जीने का जूनून मिल जायेगा,
मगर बेवफाई की बोछर इस क़दर हुई मुझ पर,
सुकून-जिन्दगी का बस छीन-सा गया..!!

अब बड़े हो गए तो ये जान चुके है की,
इंसान या तो सुकून में रह सकता है या बड़े घर में..!!

हमसे मत पूछना ख़्वाबों की क़ीमत,
बहुत ख़्वाबों को पाला है हमने भी सुकून बेच कर..!!

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