200+ Rose Shayari in Hindi 2025

गुलाब सिर्फ़ एक फूल नहीं, यह प्यार, खूबसूरती और कोमल एहसासों का प्रतीक है। जब बात दिल की हो, तो गुलाब की तरह नर्म और खुशबूदार लफ़्ज़ ही जज़्बातों को सही तरीके से बयां कर सकते हैं। Rose Shayari in Hindi का यह खास संग्रह आपके प्यार, दोस्ती और भावनाओं को शायराना अंदाज़ में पेश करने का बेहतरीन जरिया है। यहाँ आपको मिलेंगी रोमांटिक, दिल को छूने वाली और नई गुलाब शायरियाँ, जिन्हें आप अपने खास लोगों के साथ शेयर करके हर दिन को खास बना सकते हैं।
Rose Shayari in Hindi
पैर में लगे कांटे ने बताया कि
इस गली में जरूर कोई गुलाब है।
जिन्दगी कुछ यूँ उलझ कर रह गई,
जैसे काँटों के बीच उलझे हो गुलाब।
काँटों में गुलाब की तरह खिलना है जिन्दगी,
गैरों से भी अपनों की तरह मिलना है जिन्दगी।

इंसान गुलाब को कब डालियों में छोड़ते है,
मोहब्बत का वास्ता देकर बड़े अदब से तोड़ते है।
किताब में सूखे गुलाबों की भी एक कहानी है,
किसी का बड़े प्यार से दिया हुआ निशानी है।
किसने कहा पगली तुझसे
कि हम तेरी खूबसूरती पर मरते हैं,
हम तो तेरी गुलाबी आखेँ पर मरते हैं,
जिस अदा से तू हमे देखती हैं।
चमन से बिछड़ा हुआ एक गुलाब हूँ
मैं खुद अपनी तबाही का जवाब हूँ,
यूँ निगाहें ना फेर मुझसे मेरे सनम,
मैं तेरी चाहतों में ही हुआ बर्बाद हूँ।
सूखे गुलाब तो बस बंद किताबों में मिलेंगे,
बड़े ख्वाब हमेशा ही खुली आँखों में मिलेंगे।
हर गुलाब की किस्मत में नही होता,
किसी किताब में घर मिलना।
गुलाब की खूबसूरती भी फीकी सी लगती है,
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है,
यूही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू,
तेरी खुशियों से मेरी साँसे जी उठती है।
अगर कुछ बनना हैं तो गुलाब का फूल बनो,
क्योंकि ये फूल उसके हाथ में भी खुशबू छोड़ देता हैं,
जो इसे मसल कर फेक देता हैं।
हम गये थे ले कर जिस के लिए गुलाब,
वो ख़ुद ही गुलाब बन के आई थी जनाब।
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का,
तेरे सिवाए मुझपर किसी का हक़नहीं।
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चेहरा आपका खिला रहे गुलाब की तरह,
नाम आपका रोशन रहे आफताब की तरह,
ग़म में भी आप हँसते रहे फूलों की तरह,
अगर हम इस दुनिया में न रहें आज की तरह।
Phool Hai Gulab ka Shayari
क्या मैं आपकी तारीफ़ करूँ अल्फाज़ नही मिलते,
हुजूर आप वो गुलाब है जो शाख पर नही खिलते।
गुलाब के फूल से जितना प्रेम करो,
कांटों को उतना ही सहना पड़ता है।
तुम्हें ये दुनिया कभी फूल तो नहीं देगी
मिले हैं काँटे तो काँटों को ही गुलाब करो।
काटें तो आने ही थे हमारे नसीब में,
हमने यार भी तो गुलाब जैसा चुना था।

फूल बनकर मुस्कुराना ज़िन्दगी है,
मुस्कुरा के गम भुलाना ज़िन्दगी है,
जीत कर कोई खुश हो तो क्या हुआ,
हार कर खुशियां मनाना भी ज़िन्दगी है।
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं,
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं,
जरा तुम आकर तोह देखो एक बार के,
तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं।
मेरी बेचैनियों का कुछ यूँ हिसाब रखना,
कि हर हिचकी पर तुम इक गुलाब रखना।
कुछ लोग शिकायत करते हैं
कि गुलाब में कांटे होते हैं,
मैं आभारी हूं कि कांटों में गुलाब है।
तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो
बहुत नाज़ुक हो ख़्वाब जैसी हो
होठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
गुलाब से पूछो कि दर्द क्या होता है,
देता है पैगाम मोहब्बत का और
खुद काँटों में रहता है।
आपके होठो पर सदा खिलता गुलाब रहे
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे
हम आपके पास चाहे रहे ना रहे
आप जिन्हें चाहे वोह सदा आपके पास रहे।
बड़े ही चुपके से भेजा था,
मेरे मेहबूब ने मुझे एक गुलाब,
कम्भख्त उसकी खुशबू ने,
सारे शहर में हंगामा कर दिया।
तेरे बगैर किसी और को देखा नही मैंने,
सूख गया तेरा गुलाब मगर फेका नहीं मैंने।
सुना है अब नई दिल्ली में
पुराना इश्क़ कहीं मिला नहीं करता
गुलाब सा महकता तो है
लेकिन अब शायद खिला नहीं करता।
उसे दो लाल गुलाब दें प्रत्येक गुलाब एक चिट्ठी के साथ।
पहला उस महिला के लिए जिसे मैं प्यार करता हूं और
दूसरा मेरे सबसे अच्छे दोस्त के लिए।
इस चमन से जुदा हुआ एक गुलाब हूँ मैं,
खुद अपनी ही तबाही का जवाब हूँ मैं,
यूँ नजरे न फेर मुझसे ऐ मेरे सनम,
तेरी चाहतों में ही बर्बाद हुआ हूँ मैं।
जिसको पा ना सके वो जनाब हो आप,
मेरी ज़िन्दगी का पहला खवाब हो आप,
लोग चाहे कुछ भी कहे आपको,
लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो आप।
अगर मेरे पास आपके बारे में सोचने के लिए
हर बार एक गुलाब होता, तो मैं जीवन भर
आपके लिए गुलाब तोड़ता रहता।
Gulab Shayari in Hindi
लाख गुलाब लगा लो तुम अपने आंगन में
जीवन में खुशबू तो बेटी के आने से ही होगी।
ड़े ही नाजुक से पली हो तुम,
इसलिए तोह गुलाब की कली हो तुम
जिसे मिलने की बेकरारी सताए,
दिल में आने वाली खलबली हो तुम
आपके होंठो पर सदा खिलता गुलाब रहे,
आप जिन्हें चाहे वोह सदा आपके पास रहे।

एक दिल मेरे दिल को ज़ख़्म दे गया
ज़िन्दगी भर जीने की कसम दे गया
लाखों फूलो में से एक गुलाब चुना हमने
जो काँटों से भी गहरी चुभन दे गया।
काँटा न होता तो फूल की हिफाजत न होती,
अँधेरा न होता तो रोशनी की जरुरत न होती,
अगर मिल जाती खुशियाँ दुनिया में आसानी से,
तो दिल की मुलाकात दर्द से न होती।
मेरा प्यार दो हिस्सों में बंटे हुए गुलाब की तरह है,
पत्ते मैं दूसरों को देता हूं, लेकिन गुलाब मैं तुम्हें देता हूं।
मैं तुम्हारे लिए प्यार का गुलाब लेकर आया हूं,
और तुमने मुझे उनके कांटों के साथ ताज पहनाया है।
गिन गिन के लाये गुलाब हम प्यारे
जैसे तारों में कुछ खूबसूरत तारे
तुम इन्हें रखना संभाल के सनम
यही भरे है प्यार से हमारे।
ये सिर्फ एक गुलाब नही,
मेरी प्यार की निशानी है,
रखना इसे आप संभाल के
इस के हर पत्ते में छुपी हमारे प्यार की कहानी है।
लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे,
बनके महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला न समझना हर पल
हम तेरे दिल में या तेरे ख्वाबो में मिलेंगे।
सफर वही तक है जहाँ तक तुम हो,
नजर वही तक है जहाँ तक तुम हो,
हजारों फूल देखे है इस गुलशन में
मगर खुशबू वही तक है जहाँ तक तुम हो।
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये
कुछ देर का इंतजार मिला हमको
पर सब से स्वीट यार मिला हमको
ना रही तमन्ना किसी की तेरे बाद
मोहब्बत से वो प्यार मिला हमको।
सिर्फ़ गुलाब देने से अगर मोहब्बत हो जाती,
तो माली सारे शहर का महबूब बन जाता।
बचपन में देखी हसीन ख्वाब सी हो,
सच कहूँ तो तुम बिल्कुल गुलाब सी हो।
गुलाब की भीनी खुशबू से
महका मानो हर नजारा है,
आपकी चाहत, आपका साथ
आने वाले कल का सहारा है।
नाज़ुकी उस के लब की क्या कहिए
पंखुड़ी एक गुलाब की सी है।
सूरज ढले तारे टुटे तेरे दिलफरेब अंदाज़ से
गिरने वाले सँभलते हैं तेरी मदहोश आवाज़ से
गुलाब जिसे देख खिलते हैं वो मुझे चाहती हैं
खुदा करें ना उठे परदा कभी इस राज़ से।
जब कभी वो रातों को करवट बदलती हैं
मौसम रक्स करता हैं बहारें मचलती हैं
जब से देखा तुझे मुंह मोड़ लिया गुलाबों से
तेरे हुस्न से ये हूरें भी जलती हैं।
कितना सुकून हैं तेरी ज़ुल्फ़ों की छाव में
हैं शामे अवध तेरे परदे की अदाओं में
लिए हाथों में गुलाब चली आओ ज़िंदगी में
बजने लगेगी शहनाइयाँ इन बेरंग फिज़ाओं में।
गुलाब सी खिली मुस्कान है तेरी,
तुझे प्यार करना आदत है मेरी।
मैं चाहता था कि उस को गुलाब पेश करूँ
वो ख़ुद गुलाब था उस को गुलाब क्या देता।
Romantic Rose Shayari
तोड़ लेता मैं अगर तू फूल गुलाब का होती,
जवाब मैं बनता अगर तू सवाल होती,
जानती है दुनिया शराब नहीं पीता मैं,
लेकिन उठा लेता जाम अगर तू शराब होती।
हर फूल को हम गुलाब बना देते
हर एक अदा पर तुम्हारी ग़ज़ल बना देते,
करती नहीं तुम प्यार मुझसे वरना
घर के सामने तुम्हारे ताजमहल बना देते।

सुर्ख़ गुलाब सा चेहरा खिला है,
लगता है कोई अपना सा मिला है।
कलियाँ भी दे रही है बहारों में दस्तक,
जैसे उन्हें भी तुम्हारा ख़याल आया है।
अजीब ख्वाहिश में हम खो जाए,
तुम्हारी गोद में सर रखकर सो जाए,
हम पे तुम एक एहसान तो करदो,
एक बार अपना दिल हमारे नाम तो करदो।
प्यार का तोहफा कुछ इस तरह दिया उसने,
एक गुलाब में सब कुछ कह दिया उसने,
उसका ये हुनर हम भी आजमाएंगे,
देकर लम्हें प्यार के हम भी इश्क जताएंगे।
बहाने से आपकी बात करते है,
हर पल आपको महसूस करते है,
इतनी बार सांस न लेते होंगे,
जितनी बार हम आपको याद करते है।
गुलाब प्यार की बात खामोशी से
उस भाषा में करता है
जिसे सिर्फ दिल जानता है।
उसके होंठ लाल गुलाब पर ओस की तरह हैं
इन्द्रधनुष सी उसकी आँखें, बारिश की हर बूंद में
चलती हुई देवी हीरे की तरह चमकती हैं
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा
मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था।
ये सिर्फ एक गुलाब नही,
मेरी प्यार की निशानी है,
रखना इसे आप संभाल के
इस के हर पत्ते में छुपी
हमारे प्यार की कहानी है।
राहो की कठिनाईयों से
इतना मायूस ना हो ऐ ग़ालिब
आखिर एक गुलाब को
काटों में ही खिलना पड़ता है।
टूटा हुआ फूल खुशबू दे जाता है
बिता हुआ पल यादें दे जाता है
हर शख्स का अपना अंदाज़ होता है
कोई ज़िन्दगी में प्यार,
तो कोई प्यार में ज़िदंगी दे जाता हैं
Gulab Shayari 2 lines Hindi
कहाँ चिराग जलाएँ कहाँ गुलाब रखें
छतें तो मिलती हैं लेकिन मकाँ नहीं मिलता।
बुरी सरिश्त न बदली जगह बदलने से
चमन में आ के भी काँटा गुलाब हो न सका।
फूल गुलाब का भेज रहे है आपके लिए,
लबों से छूकर जान इसमें डाल दीजिए।
गुलाब पर ये जुल्म क्यों ढाते हैं लोग,
इश्क़ के इजहार के लिए तोड़ लाते है लोग।

टूटे हुए इंसान की आँखों से निकलता है आब,
हसीन कितना भी हो बिखर जाता है जैसे गुलाब।
दिन में आने लगे हैं ख़्वाब मुझे
उस ने भेजा है एक गुलाब मुझे।
कितना महफूज़ था गुलाब काटों की गोद में,
लोगो की मोहब्बत में पत्ता-पत्ता बिखर गया।
ये खूबसूरत प्यारा सा गुलाब मैंने उन्हें दे दिया,
जिन्होंने बिना सोचे मोहब्बत से भरा दिल मुझे दे दिया।
लग गई बद्दुआ हमें उन गुलाबों की,
जिनका कत्ल हमने तुम्हारी खातिर किया था।
आशावादी गुलाब को देखता है उसके कांटों को नहीं,
निराशावादी गुलाब से बेखबर कांटों को घूरता है।
मेरी जिन्दगी गुलाब की तरह खिल जाती,
अगर ‘मोहब्बत’ के बदले मोहब्बत मिल जाती।
मोहब्बत गुलाब से हो जाए,
तो काटों से नफ़रत क्यों?