220+ Best Raksha Bandhan Shayari in Hindi 2025

Raksha Bandhan Shayari

रक्षाबंधन भाई-बहन के प्यार, विश्वास और अटूट रिश्ते का त्योहार है। इस दिन की मिठास और अपनापन शब्दों में बयां करना आसान नहीं, लेकिन शायरी वह काम कर जाती है जो दिल कहना चाहता है। Raksha Bandhan Shayari in Hindi का यह खास संग्रह भाई-बहन की भावनाओं, बचपन की यादों और प्यार भरे वादों को शायराना अंदाज़ में पेश करता है। अगर आप इस रक्षाबंधन अपने भाई या बहन को कुछ खास और दिल से कहना चाहते हैं, तो इन शायरियों को ज़रूर पढ़ें और शेयर करें।

Raksha Bandhan Shayari in Hindi

राखी की थाली मिठाई की डाली
बहन की दुआ भाई की खुशहाली

राखी के रंग खुशियों के संग
भाई-बहन का रिश्ता सदा अभंग

राखी की डोरी मीठी सी लोरी
भाई-बहन की प्रेम कहानी अनोखी

कलाई पे बंधा रंग-बिरंगा धागा
जीवन भर साथ निभाने का वादा

Raksha Bandhan Shayari in Hindi
Raksha Bandhan Shayari in Hindi

छोटी सी राखी बड़ा सा वादा
भाई-बहन का प्यार है अनोखा

रक्षा का धागा प्यार का साया बहन की दुआ भाई की माया
रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं

कलाई पे बंधा यह प्यार का धागा दिल में बसा है अटूट,
रिश्ता सारा मुबारक हो तुम्हें रक्षाबंधन प्यारा

बहना ने भाई की कलाई सजाई राखी के धागे से प्रीत बढ़ाई
खुशियों की बरसात लाई

धागे में बंधी है श्रद्धा अपाररक्षा का वादा अटूट प्यार
रक्षाबंधन की बधाई हजार

राखी का बंधन प्यार का संगम बहन की आरती भाई का दम
रक्षाबंधन मुबारक हर दम

Raksha Bandhan Sad Shayari

बहन की याद में आँसू छलके भाई का दिल क्यों न मचले?
राखी का त्योहार है आया पर मिलन की घड़ी न पलके|

राखी आई दिल थाम लिया तुम्हारी याद ने घेर लिया|
दूरी की दीवार ने हमको मिलने से क्यों फेर दिया?

भाई की कलाई सूनी-सी बहन की महँदी फीकी-सी|
राखी के दिन भी मिल न सके ये कैसी किस्मत लिखी-सी?

राखी की डोर टूटी नहीं पर मिलन की आस छूटी नहीं|
दूर हैं हम पर दिल में तुम ये बात किसी से रूठी नहीं|

रिश्ता हमारा अनमोल है फिर क्यों ये दूरी का मोल है?
राखी की डोर में बंधा प्यार आँखों में आँसू का रोल है|

बहन की याद में दिल रोता है राखी का त्योहार खोता है|
दूर रहकर भी पास हैं हम पर मन ये मानने को होता है|

राखी की डोर टूटी नहीं पर मिलन की घड़ी छूटी नहीं|
दूर हैं हम पर दिल में तुम ये बात किसी से रूठी नहीं|

भाई की कलाई सूनी है बहन की महँदी धुंधली है|
राखी के दिन भी मिल न सके ये कैसी विधि की जूनी है?

राखी आई तुम न आए आँसू बने मुस्कान न आए|
दूरी की दीवार ने हमको मिलने से क्यों रोक लगाए?

बचपन की यादें छलक रही हैं आँखें नम होकर डलक रही हैं|
राखी के धागे में बंधा प्यार दूरी की आग में जलक रही हैं|

Raksha Bandhan Shayari for Brother

मीठे-से लड्डू प्यारी-सी राखी
भाई-बहन का प्रेम सदा रहे बाकी

प्रेम की डोरी से बंधा यह रिश्ता
राखी का त्योहार सबसे अनोखा

बहन की पुकार पर भाई का साथ
राखी के बंधन में जुड़े दो हाथ

धागे में पिरोया अनमोल रिश्ता
राखी का त्योहार प्रेम का तिलिस्मा

Raksha Bandhan Shayari for Brother
Raksha Bandhan Shayari for Brother

रंग-बिरंगी राखी सजी कलाई पर
बहन की दुआएं भाई के सर पर

राखी का त्योहार खुशियों की बहार
भाई-बहन का प्यार सदा बरकरार

फूलों-सी कोमल बहन की ममता
पर्वत-सा मजबूत भाई का वादा

मीठी-सी राखी प्यारा-सा भाई
रिश्ते की मिठास कभी ना जाए

सूरज-सी रोशनी चांद-सा प्यार
राखी के धागे में बंधा संसार

चंदन-सी खुशबू रेशम-सा प्यार
राखी का बंधन जीवन का आधार

Raksha Bandhan Shayari for Sister

रक्षा का वादा स्नेह का बंधन
बहन-भाई का अटूट है यह रिश्ता पावन|

राखी की डोर में छुपा है प्यार अपार
बहना तेरे लिए मेरा जीवन बलिहार|

साथ बचपन का याद वो पल-पल की
राखी की डोर से बंधी है दिल की|

Raksha Bandhan Shayari for Sister
Raksha Bandhan Shayari for Sister

तू मेरी शान है तू मेरा अभिमान है
तेरी रक्षा का यह अटूट वरदान है|

फूलों सी कोमल चाँद सी सुंदर
मेरी प्यारी बहना तुझसे कोई ना बेहतर|

राखी का त्योहार प्यार का संसार
बहना तेरे लिए मेरा जीवन बेशुमार|

तेरी हर मुस्कान पे वारी मेरी जान
तू है मेरी शान मेरा अभिमान|

प्यार की डोरी से बंधा यह नाता
भाई-बहन का अटूट है यह रिश्ता|

तेरी परवाह में बीता मेरा हर लम्हा
तेरी रक्षा में कटेगा मेरा हर पल अब|

राखी की डोर से बंधा यह रिश्ता
जन्मों-जन्मों तक रहेगा यह विश्वास का|

वो मस्ती वो तकरार, रूठना मनाना,
था बहना का प्यार अब हमने जाना,
गुजरे जामने फिर न मिलेंगे
दिन वो सुहाने फिर न मिलेंगे ।।

मिलेंगे तो दो पल की ही मुलाकात होगी,
इन दो पल में पूरी कैसे बात होगी,
दिल चाहता है फिर वो जमाना
वो मस्ती वो तकरार, रूठना मनाना।

फिर से दिल वही तकरार चाहता है,
बहना का आशीष और प्यार चाहता है
उसके बिना फीका सा है घर का आगन
वो खिलखिलाता चेहरा मन सौ बार चाहता है।

चहंकती चिड़िया सी चंचल सी बोली
मीठी सी बातें सूरत वो भोली
हमारे घर की थी वो गुडिया रानी,
बाते वो करती थी बड़ी शयानी।

लड़ना झगना फिर से मनाना
राखी के दिन प्यारा भैया बुलाना
बहुत याद आता है गुजरा जमाना
उन दिनों का रक्षाबंधन पुराना ।

रब की मेहरबानी से खुशियाँ अपार मिले
खुसबू से महकता फूलों का संसार मिले
हर बरस यूं ही आये रिश्तों का बंधन
हर रक्षाबंधन भाई-बहन का प्यार मिले।

भिन्न -2 रंगों से रंगा हुआ बाजार है
चारो तरफ बस राखी-2 की भरमार है
आज बहना भाई की कलाई भर देगी
बसर बाद आया खुशियों का त्यौहार है।

भाई की कलाई पर रेशम का प्यार बाँधा है
एक बहन की उमीदों का तार बाँधा है
उसके खुशियों की रखवाली करना है तुझे
जिसने भाई की सलामती का संसार बाँधा है।

आज का ये दिन बहुत ही ख़ास है
बहना के हाथो में भाई का हाथ है
भाई को भी ये खूबसूरत अहसास है
उसकी प्यारी बहना उसके साथ है।

आज खुशियों से दामन भर गया है
कलियों में रिश्तों का रंग भर गया है
बहन ने भाई को आज बाँधी है राखी
रिश्तों का जज्बात दिल में उतर गया है।

Bhai Behan Shayari Raksha Bandhan

बहन की ममता में छिपा भाई का सारा जहान
राखी के बंधन से मजबूत यह रिश्ता है महान

बचपन की यादों में बसा भाई-बहन का प्यार
राखी के त्योहार पर फिर लौटा वो प्यारा संसार

राखी के धागे में बसा भाई-बहन का विश्वास
दूरियां भले हों कितनी दिल से हैं वो पास-पास

बहन की परवाह में छिपा भाई का सारा संसार
राखी के धागे से बंधा यह अनमोल व्यवहार

Bhai Behan Shayari Raksha Bandhan
Bhai Behan Shayari Raksha Bandhan

राखी का त्योहार है आया लेकर प्यार का संदेश
भाई-बहन का रिश्ता अनोखा है इसमें कोई न द्वेष

बहन की मुस्कान में छिपी भाई की सारी खुशियां
राखी के त्योहार पर आई जीवन में नई उमंग

बहन की दुआओं में छिपा भाई का सारा जहान
राखी के बंधन से मजबूत यह अनमोल रिश्ता महान

राखी के धागे में बंधा भाई-बहन का प्यार
दूर रहें चाहे कितना दिल से हैं वो एक साथ

राखी का त्योहार है आया लेकर ढेर सारी खुशियां
भाई-बहन का प्यार निराला भर दे जीवन में रंग नया

कलाई पर बंधी राखी दिल में बसा विश्वास
भाई-बहन का रिश्ता सच्चा मिटे न कभी यह आस

किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा
अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा

या रब मिरी दुआओं में इतना असर रहे
फूलों भरा सदा मिरी बहना का घर रहे

बहन का प्यार जुदाई से कम नहीं होता
अगर वो दूर भी जाए तो ग़म नहीं होता

बिजली की तरह लचक रहे हैं लच्छे
भाई के है बांधी चमकती राखी

गुलशन से कोई फूल मयस्सर न जब हुआ
तितली ने राखी बाँध दी काँटे की नोक पर

You can also read Brother Shayari in Hindi

ज़िंदगी भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए
भाई के हाथ पे इक बहन ने राखी बाँधी

चली आती है अब तो हर कहीं बाज़ार की राखी
सुनहरी सब्ज़ रेशम ज़र्द और गुलनार की राखी

याद आई जब मुझे ‘फ़रहत’ से छोटी थी बहन
मेरे दुश्मन की बहन ने मुझ को राखी बाँध दी

आस्था का रंग आ जाए अगर माहौल में
एक राखी ज़िंदगी का रुख़ बदल सकती है आज

बहन ने बाँध कर राखी बचा ली ज़िंदगी वर्ना
ज़रा सा वक़्त बाक़ी था हमारी नब्ज़ थमने में

कभी कभी सभी त्यौहार याद आते हैं
तेरे बगैर कलाई उदास करती है

पिछले बरस भी हमने कलाई सजाई थी
राखी के धागे आज भी कच्चे नहीं पड़े

भाई बहनों की मोहब्बत का नशा मत पूछिए
बे-तकल्लुफ़ हो गए तो गुदगुदी तक आ गए

मिरी बहनों से मिलना तो उन्हें पैग़ाम ये देना
कि भाई अब नहीं तो क्या ख़ुदाई तो सलामत है

ख़ुद-ब-ख़ुद ही खिल उठा चेहरा मेरा
प्यार से बहनों ने बाँधी राखी जब

कलाई पे अगर राखी नही है
समझिए आपकी है बदनसीबी

बड़े भाग्यशाली हैं जिनकी कलाई पे राखी बँधी है
चुनिंदा ही ऐसे हैं जिनके सरों पे ये पगड़ी बँधी है

यहाँ फौलाद सी मजबूत होती है कलाई
अगर हैं साथ में साहब बड़े दो, चार भाई

ये रेशम का धागा नहीं बहन का प्यार है
यही तो खट्टे-मीठे रिश्तों की तकरार हैं
भाई की कलाई की शोभा जिससे होती है
वो और कुछ नहीं रक्षा बंधन त्यौहार है ।।

इस रिश्ते की डोर सभाल के रखना,
भैया अपने बहना को भूल न जाना
तुम ही तो दुनिया हो हमारी
हमसे कभी रूठ न जाना ।

माथे पर चन्दन तिलक
कलाई पर रेशम का प्यार।
रहे सलामत मेरा भैया
है खुशियों का संसार ।

हर एक लम्हा ख़ास है आज का
मेरे भैया अब साथ है आपका
इस रिश्तों के बंधन को निभाना
इस बंधन में विश्वास है आपका ।

ये कच्चा धागा नहीं दिल का अहसास है
ये रिश्ता दुनिया के हर रिश्ते में ख़ास है
मुझे डरने और घबराने की जरूरत क्या
जब मेरा प्यारा राजा भैया मेरे पास है ।।

Happy Raksha Bandhan

आज दिन बहुत खास आया है
बहन का प्यार भाई के पास आया है
बाँध कर राखी कलाई पर,
रिश्ते का एक अलग अहसास आया है।

इस रिश्ते की अलग ही पहचान है
हर बहन का उसका भाई ही जान है
आज का दिन बहुत ही सुहाना है
भाई को रेशम कलाई पर बंधाना है।

Happy Raksha Bandhan
Happy Raksha Bandhan

मेरी दुआ है तुम जियो हजारों बरस,
आसमान की बुलंदियों में छ जाओ,
रहो दुनिया के किसी भी जगह,
राखी के दिन बहन खातिर आ जाओ ।

न धन दौलत न व्यापार चाहिए,
बस तुमसे इज्जत बेसुमार चाहिए
आश रहेगी जिन्दगी भर के लिए
बस बहन को भाई का प्यार चाहिए।

हर बहन भाई के लिए दुआ मांगती है
रहे सलामत भैया रब से रजा मांगती है
रेशम के धागे से किस्तम की पतंग उड़े
संग खिल-खिलाने की वो फ़िजा मांगती है।

कलाई पर जो रेशम का धागा है
तेरी बहना ने प्यार से बाँधा है
ये धागा कभी ये छूटे न
तेरी बहना तुझसे रूठे न।।

मै कबसे तेरा इतजार कर रही ,
लेकर राखी चन्दन की थाल
बहना के इस प्यार के खातिर ,
अपने जेब से कुछ तो निकाल।

तू मेरी ख़ुशी तू मेरा संसार है
तू है तो ये सारा घरबार है
तुम हो तो खुशियाँ बरस रही हैं
तुम्हारे बिन कैसा त्यौहार है ।

ये रस्मो रिवाजों का चलन तुमसे
भैया मेरा खिलता चमन तुमसे है
बहना की दुनिया जहान हो तुम
ये धरती और ये गगन तुमसे है ।

फ्री में राखी बांधेगी तब जानेंगे
प्रेम है भाई से कितना हम मानेंगे,
राखी से पहले हिसाब लगा कर आती हो
खाली हाथ आकर झोला भर ले जाती हो।

मेरे प्यारे भाईया ये भाई-बहन का प्यार है
कुछ है प्रेम जुड़ा कुछ मिलने का आसार है
कुछ खर्च करो तुम बहना के खातिर भईया
आज फिर आया देखो राखी का त्यौहार है ।

कुछ तो शर्म करो भैया कैसा तेरा प्यार है
खाली हाथ राखी बंधवाने को तैयार है ।।

माथे पर चन्दन कलाई पर धागे का प्यार
मेरे प्यारे भैया तुम जिओ साल हजार
इस रिश्ते की डोरी ऐसे थामे रखना
तुमसे ही तो मिला है खुशियों का संसार।

खुशियों का सारा संसार आया है
सावन के संग-संग बहार आया है
भाई-बहन के रिश्तों का सार आया है
बरस बाद रक्षाबंधन त्यौहार आया है।।

खुशिया का सारा संसार आया है
बरस बाद फिर से त्यौहार आया है
आज बहना भाई की कलाई रच दी
कच्चे धागे में रिश्तों का सार आया है ।

10 की राखी 20 की मिठाई
1000 का हिसाब लगाती हो
मिले अगर न इच्छा भर तुमको,
गुस्से से भर जाती हो ।

तकरार और टकराव की एक निशानी है
इस रिश्ते में एक अलग ही कहानी है
बचपन के यादों से मन मचल जाता है
बहना से मिलके भाई का दिल पिघल जाता है।

ये रेशम के धागे नहीं
रिश्तों तो का बंधन है
एक बहन के लिए
भाई ही उसका धन है ।।

चाहे पास हो दूर हो कम नहीं होता,
रिश्तों का अहसास है ख़तम नहीं होता,
दूरियों से रिश्ते अक्सर फीके हो जाते हैं,
लेकिन भाई-बहन का प्यार कभी कम नहीं होता।

किस्मतों से भाई-बहन का साथ होता है
इस रिश्ते में अगल ही जज्बात होता है
ऐसी बहने बहुत खुशनसीब होती हैं
जिनके सर किसी भाई का हाथ होता है।

आज खुशिया की बहार आई है
सावन की रिमझिम फुहार आई है,
स्वागत करों हमारी बहना का,
राखी के संग-2 प्यार लायी है।

किसी के तोड़ने से न टूटेगा,
ऐसा है भाई-बहन का बंधन
दिल करता है हर दिन आये
त्यौहार ये प्यारा रक्षा बंधन ।

मिट्टी की सुंगंध रिमझिम फुहार लाया है
ये सावन और राखी का त्यौहार आया है
जिस धागे से बंधा है हमारा ये रिश्ता
उस के धागे के रूप में बहन का प्यार आया है।

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