120+ Matlabi Paise Ki Duniya Hai Shayari 2025

आज का ज़माना मतलब और पैसे के इर्द-गिर्द घूमता है। इंसानियत, रिश्ते और भावनाएं अक्सर स्वार्थ और दौलत के नीचे दब जाती हैं। Matlabi Paise Ki Duniya Hai Shayari इसी कड़वी सच्चाई को बयां करती है—कभी तंज में, कभी दर्द में और कभी गहरे अहसास के साथ। यह शायरियां न सिर्फ दिल को छू जाती हैं, बल्कि सोचने पर भी मजबूर करती हैं कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। इस लेख में हम ऐसी चुनिंदा शायरियों को शामिल कर रहे हैं जो इस मतलबी दुनिया का असली चेहरा उजागर करती हैं।
Matlabi Paise Ki Duniya Hai Shayari
इंसान की तकलीफ किसी को नजर नही आती,
सबको पैसो से मतलब होता हैं..!!
इस दुनिया मे जिसके पास पैसा है,
उसे सब पूछते हैं भाई तू कैसा हैं..!!
फटी जेब देखकर सब साथ छोड़ देते हैं,
एक मोटी गडी दिखाते ही कुते की तरह दुम हिलाते आते हैं..!!
खुद को मतलबी पैसे की दुनियां से संभाल कर रखो,
यह मतलब निकाल, कंगाल करके तुम्हें छोड़ जाएंगे..!!
अंधा प्यार तो एक ज़माने में हुआ करता था,
आजकल तो प्यार पैसा देख कर होता है..!!
कभी पैसा देख कर किसी से दोस्ती ना करो,
जिससे दोस्ती करो हर हालात में उसके साथ रहो..!!
मतलबी पैसे की दुनिया है सबको समझा रहा हूँ,
मुझे पता चल गया इसलिए आपको भी बता रहा हूं..!!
जब तक पैसा तेरे पास है,
तब तक मतलबी लोगों का तू बाप है..!!
मतलबी दुनियाँ पैसे देख कर,
आपके आगे पीछे चलती है,
गर जैब खाली हो आपकी तो,
आपसे दूरी बना कर रखती है..!!
उनका मतलबी होना भी हमें पसन्द हैं,
मतलब से ही सही हमे याद तो करते हैं..!!
कोई कहता हैं दुनिया प्यार से चलती हैं कोई कहता हैं,
दुनिया दोस्ती से चलती हैं लेकिन ये दुनिया पैसो से चलती हैं..!!
मैने खर्च कर दिया खुद को लोगो पर,
जो मतलब के लिए साथ थे..!!
जो कहता है कि पैसा सिर्फ कागज का टुकड़ा है,
तो मेरे दोस्त यह कागज का टुकड़ा कभी कूड़ेदान में नहीं मिलेगा..!!
अब ना कोई उम्मीद है ना किसी से शिकवा है,
जो अपने लोगों को भी मतलबी बनते देखा..!!
इंसान का घमंड भी सही हैं जनाब,
पैसे आने पर तो बटुआ भी फूल जाता हैं..!!
अगर भरोसा करना हैं तो खुद पर करो दोस्त ये मतलबी दुनिया हैं,
अपना मतलब निकलते ही आपको छोड़ देगी..!!
पैसे के पीछे भागते हैं लोग,
सच्चे प्यार को ठुकरा देते हैं,
जब तक मतलब होता है आपसे,
तब तक ही यह यार रहते हैं..!!
मतलबी दुनियाँ पैसे की हमने पैसों से इन्हें आज़माया है,
सब साथ छोड़ गए तबसे जब से खुद को गरीब बताया है..!!
मतलबी कीमत पैसा और रिश्ते शायरी
में पैसा हु जो नई रिश्तेदारी बनाता हूं,
मगर असली और पुरानी बिगाड़ देता हूं..!!
जब जेब में रूपये हो तो दुनिया आपको औकात देखती हैं,
और जब जेब में रूपये न हो तो दुनिया अपनी औकात दिखाती हैं..!!
सब कुछ नहीं होता पैसा बात तो सही हैं,
मगर इन्सान को बिकते हुए देखा है हमने चंद कुछ रुपयों में..!!

लोग खोजने है तो परवाह करने वालों को खोजिए,
यूज करने वाले तो आपको खुद ही खोज लेंगे..!!
सब मतलब की यारी है,
यह दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है..!!
पहले बस सुना था तुमसे मिलकर जाना,
दुनिया कितनी मतलबी है..!!
जब पैसा होता है तो लोग रिश्ते बनाने का बहाना ढूंढते हैं,
और जब पैसा नहीं होता तो लोग सगे रिश्ते भी बताने में कतराते हैं..!!
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मतलब निकल जाने पर सब छोड़ देते हैं,
झूठे वादे करके फिर उन्हें तोड़ देते हैं..!!
पैसो के पीछे भागने वाली यह दुनिया हमारा साथ तब तक देती है,
जब तक आपके पास पैसा है..!!
इंसान की नजर में जो पैसा दे पाए वह रिश्तेदार है,
जो ना दे पाए वह बेकार है..!!
जिसे हम समझते थे कि हमारा यार है,
वो तो निकला मतलबी और गद्दार है..!!
Matlabi Rishte Paisa Shayri
हम दिल लगाते हैं जिससे उस पर जान भी देते हैं वार,
पर सब मतलबी धोखेबाज पैसा देख करते हैं झूठा प्यार..!!
धूप का नाम तो यू ही बदनाम हैं,
सच्च तो यह हैं कि ये दुनिया अपनो से ही जलती हैं..!!
कुछ ऐसे ही हो रहा है रिश्तों का विस्तार,
जिससे जितना मतलब, उससे उतना प्यार..!!
दरवाजें बड़े करवाने है मुझे अपने आशियाने के,
क्योकि कुछ दोस्तो का कद बड़ा हो गया है चार पैसे कमाने से..!!
सिर्फ पैसे से ही लोग हम से जुड़े होते हैं..!!

जब जेब मै पैसा होता है ना,
तो दुनिया सलाम करती है..!!
कोई समझे तो एक बात कहू साहब,
तनहाई सौ गुना बेहतर है मतलबी लोगो से..!!
अपना वक्त पैसा कामने में लगा दो,
दुनिया अपने आप पीछे आ जाएंगी..!!
पैसा बोलता नहीं है पर जब ये पास होता है ना,
तो बहूत कुछ बोलता है..!!
जो सामने मिलने पर भी भाई भाई करता हैं,
अक्सर पीठ पीछे वही गाली बकता हैं..!!
सच्चे दोस्त बहुत मुश्किल से मिलते हैं,
मतलबी लोग तो खुद चल कर आ जाते हैं..!!
जब तक पैसा मेरे पास रहा,
तब तक मैं सबका बाप रहा,
जब हो गयी जैब खाली तो,
तू कौन है यह सबने कहा..!!
खुद को मतलबी पैसे की दुनियां से संभाल कर रखो।
यह मतलब निकाल, कंगाल करके तुम्हें छोड़ जाएंगे।
मतलब निकल जाने पर सब छोड़ देते हैं
झूठे वादे करके फिर उन्हें तोड़ देते हैं।
कभी पैसा देख कर किसी से दोस्ती ना करो
जिससे दोस्ती करो हर हालात में उसके साथ रहो।
जब तक पैसा है तेरे पास ,
तब तक मतलबी लोगों का है तू खास।
मतलबी पैसे की दुनिया है सबको समझा रहा हूँ
मुझे पता चल गया इसलिए आपको भी बता रहा हूं।
जब तक पैसा मेरे पास रहा,
तब तक मैं सबका बाप रहा,
जब हो गयी जेब खाली तो,
तू कौन है यह सबने कहा।
अंधा प्यार तो एक ज़माने में हुआ करता था
आजकल तो प्यार Paisa देख कर होता है।
जरूरतें कम कर लो जितना भी,
पैसा कमाओगे अधिक होगा,
जरूरतें अधिक कर लो जितना भी,
पैसा कमाओगे कम होगा।
“पैसा” बदलते देखा है हमने फितरत इंसानों की,
जो बस चंद पैसे के वजन से रिश्ते की अहमियत तौलते हैं
सांसारिक जीवन में आप पैसे के,
बिना खुश नही रह सकते हैं।
जब जेब में रूपये हो तो,
दुनिया आपको औकात दिखाती हैं।
और जब जेब में रूपये न हो तो,
दुनिया अपनी औकात दिखाती हैं।
इंसान की अकड़ तो वाजिब हैं जनाब,
पैसा आने पर तो बटुआ भी फूल जाता हैं।
दरवाजें बड़े करवाने है,
मुझे अपने आशियाने के,
क्योकि कुछ दोस्तो का कद बड़ा हो गया है,
चार पैसे कमाने से।
पैसा बिस्तर दे सकता हैं पर, नींद नही,
पैसा भोजन दे सकता हैं पर, भूख नही।
मैंने अपनो से ज्यादा गैरों पे भरोसा किया,
तकदीर का खेल तो देखो,
पैसों के चमक ने गैरों का असली रंग दिखा दिया।
रिश्तों की कदर पैसों की तरह करनी चाहिए,
क्योंकि दोनों को कमाना कठिन और गवाना आसान है।
लोग कहते है की पैसा बोलता है,
मगर हमने कभी पैसे को बोलते नहीं देखा,
हां कई लोगों को चुप करवाते देखा है।
कुछ को सौ में तो कुछ को हज़ारों में,
इंसान और इंसानियत को बिकते,
देखा है मैंने बाज़ारों में।
आज के डेट में सब,
से बड़ा पैसा है मेरी जान।
अगर तुम्हारे पास पैसा है,
तो तुम दुनिया पे राज करोगे।
पैसा अच्छे कपडे दे सकता हैं पर, सुन्दरता नही,
पैसा ऐशो आराम के साधन दे सकता हैं पर सुकून नही।
भाई ने भाई को,
बेटे ने माँ-बाप को छोड़ दिया,
इतना बड़ा हो गया ये पैसा,
इसके लिए सभी अनमोल रिश्तो को तोड़ दिया।
मैं पैसा हूँ मैं भगवान नही,
पर मुझे लोग मानते भगवान से कम नही।
ज्यादातर इन्सान पैसों के आधार पर,
लोगों को महत्व देते हैं।
जब व्यक्ति के जेब में पैसा होता हैं,
तो वह भूल जाता हैं कि वह कौन हैं,
लेकिन जब उसके पास पैसा नही होता,
तो दुनिया भूल जाती हैं कि वह कौन हैं।
Selfish Matlabi Paise Ki Duniya Hai Shayari
कागज़ के नोट की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता हैं,
ना जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता हैं।
सभी के तलवे चाटूँ मैं ऐसा थोड़ी हूँ,
सभी को पसंद आऊं मैं पैसा थोड़ी हूँ।

रूपया कितना भी गिर जाएँ,
इतना कभी नही गिर पायेगा,
जितना रूपये के लिए
इंसान गिर चुका हैं।
कुछ को सौ में तो कुछ को हज़ारों में,
इंसान और इंसानियत को बिकते
देखा है मैंने बाज़ारों में।
मिली थी जिन्दगी किसी के “काम” आने के लिए,
पर वक्त बीत रहा है क़ागज के टुकड़े कमाने के लिए!
जिसके पास पैसा उनके सब करीब होते है,
उनका कोई नहीं होता जो गरीब होते हैं!
आज के डेट में सब
से बड़ा पैसा है मेरी जान
अगर तुम्हारे पास पैसा है
तो तुम दुनिया पे राज करोगे।
कागज़ के नोट की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता हैं,
ना जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता हैं।
अपने कमाए हुए पैसे से तो सिर्फ ज़रूरत पूरी होती है,
शौक तो मां-बाप से मांगे हुए पैसों से पूरे होते थे।
पैसे से जो आदमी को सम्मान मिलता है,
वह उसका नहीं, उसके पैसे का सम्मान है।
कफन में तो कोई जेब भी नहीं होती है,
और लोग मरे जा रहे हैं पैसे के लिए।
पैसा बोलता है ,
पैसा मोलता है।
जिनके पास नहीं उन्हें पूछो ,
पैसा तोलता है।