220+ Nature Shayari in Hindi 2025

Nature Shayari

प्रकृति इंसान की सबसे बड़ी गुरु है, जो बिना कुछ कहे हमें सुकून, ताजगी और प्रेरणा देती है। हरे-भरे पेड़, नीला आसमान, बहती नदियां और खिले फूल हमें जीवन के असली मायने समझाते हैं। Nature Shayari In Hindi इन्हीं खूबसूरत नज़ारों और एहसासों को शब्दों में ढालकर आपके दिल तक पहुंचाती है। इस लेख में आप पढ़ेंगे ऐसी शायरियां जो प्रकृति की सुंदरता को और गहराई से महसूस कराएंगी। इन्हें पढ़कर न केवल आपका मन खुश होगा बल्कि आत्मा को भी नई ऊर्जा और शांति का अनुभव मिलेगा।

Nature Shayari in Hindi

नेचर की गोद में सुकून मिलता है
इसी से हम इंसानों का जीवन खिलता है..!!!

ना दौलत चाहिए ना शौहरत की बातें
मुझे चाहिए सिर्फ़ हरियाली की सौगातें..!!!

कुदरत की किताबें पढ़ो कुछ सीखो इन हवाओं से
फूलों की मुस्कान देखो कुछ समझो इन घटाओं से..!!!

Nature Shayari in Hindi
Nature Shayari in Hindi

नेचर की सुंदरता को बनाए रखना है
इसलिए अपने आसपास
पेड़ पौधों को लगाए रखना है..!!!

आओ यारों प्रकृति की खूबसूरती को बचाते है
पेड़ पौधे लगाकर हवा को शुद्ध बनाते है..!!!

हर पेड़ की छाया में छुपी एक कहानी है
प्रकृति की गोद में बसी एक नयी ज़िंदगानी है..!!!

नेचर की गोद में सुकून का एहसास होता है
हर झील, हर पर्वत में एक छुपा सा राज़ होता है..!!!!

नदियों की बहती धारा जीवन की संगीनी है
प्रकृति का ये सौंदर्य दिल को छू लेने वाली है..!!!

हवाओं में महक सी महसूस हो जाए इस
प्रकृति के क़दमों में जन्नत सी बसी हो जाए..!!!

आओ इस संसार के हर कोने में सुख ढूंढें
प्रकृति की इस सुंदरता से मन को सुकून मिले..!!!

सुबह की धूप में हर कोना नया लगता है
प्रकृति की इस झलक को
देखकर मन को सुकून मिलता है..!!!

इस नेचर में जो मिलता है उसी में खुश रहते है
बेवजह के सपने अब हम नही देखते है..!!

प्रकृति और पर्यावरण को बचाना है तो
हर नागरिक को एक-एक वृक्ष लगाना है..!!!

Nature Par Shayari

प्रकृति का प्यार बड़ा ही अनमोल है
इसने ही दिया जीवन को
खुशियो का बोल है.!!

नेचर की प्रकृति का इंसान पर बड़ा ही उपकार है
इसी से चलता जीवन का और मनुष्य का प्यार है..!!!

इच्छाओ को बगल में रखकर
कोई मधुर गीत गुनगुना लो
ये नेचर की खूबसूरती को
अपनी आंखों में बसा लो.!!

Nature Par Shayari
Nature Par Shayari

पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखना है
अपने आसपास से कूड़े कचरे को दूर रखना है..!!!

खो रहे है लफ्ज़ इस
कदर कोहरा घना है
नेचर से जुड़े रहना जिंदगी
का खूबसूरत गहना है..!

भगवान ने इंसान को बनाया है
तो नेचर ने इंसानियत के
साथ जीना सिखाया है..!

इन रास्तो से गुजरने
का मजा ही कुछ और है
क्योकि यहां लोग
नही प्रकृति बोलती है..!

मृदुल स्वभाव मन चंचल
सा हरियाली जग में छाए
प्रकृति प्रेम है दिखलाती
जब भाव लीन सब हो जाए..!

प्राकृतिक सौंदर्य पावन
मनभावन और निर्मल है
मुन्नार के दृश्य में अपनी
शुद्ध खो जाता मन है..!

जबसे कायनात को अपना
प्रेम समर्पित किया है
तब से मेरे प्रति ये बड़ा
वफादार हो गया है..!

देखो जनाब प्रकृति का
यह सुंदर सा नजारा है
इन्ही में सपने और इन्हीं
में अपनो का नजारा है..!

मत खेलो प्रकृति से
अंजाम इसका बुरा होगा
अभी तो हुए है वीरान फिर
हर घर शमशान होगा..!

झुका लूं कदम वादियो में
मशक्कत कहां आंधियों में
हवा भी रुख मोड़ ले अक्सर
इस जहान की कश्तियो में..!

यह धरती है ईश्वर की
सबका इसमें है किस्सा
मानव नियत अपनी साजिश
से छीन रहा सबका हिस्सा..!

You can also read Mausam Shayari in Hindi

ख्वाहिशो सा हूं कहां
अब कौन मेरे साथ है
जिंदगी ज़िद से मिली है
खुद को ना एहसास है..!

जीवन देकर तुम हमे अपनी
अहमियत समझाते हो
सारा प्रदूषण गला कर
वायु को स्वच्छ बनाते हो..!

वो बाहे फैलाए खड़ी है
प्रकृति को निहारने के लिए
और सूर्य की उन हसीन
किरणो को गले लगाने के लिए..!

हर तरफ धुआं धुआं सा
धूलित हर मंजर है
रुख बदले है मौसम में
भी कुछ ठंडक था पहर है..!

वक्त के साए में कभी ऐसा होता बसंत के
महीने में एक सूखे वृक्ष का तना ढका होता है..!

इस लोक डाउन ने इंसानियत
को एहसास कराया है
नेचर से छेड़छाड़ का नतीजा
मनुष्य के लिए बुरा बताया है..!

विज्ञान नेचर और संगीत का अलग ही नशा है
अपने आप में ये रब के अनमोल उपहार है..!

बारिश की बूंदे चुपके से कह रही
कितना भी ऊंचा उठ जाओ
माना तुझे जमीन पर ही है..!

मुझ में खुद का आंसू देख हैरान क्यो हो तुम
ही तो कहते थे मुझे मेरा नेचर बहुत पसंद है..!

सब खामोश है कलम रुकी है जैसे
दुनिया कुदरत के आगे झुकी सी है..!

प्रकृति बदलती नही वो बदला लेती है
जब इंसान समझता नही
तो उसको समझा देती है..!

Shayari On Nature

हाथो में दिल बना रहे हो
कभी इस प्रकृति से दिल लगा के देखो
तुम्हारी जिंदगी खुशियो से भर जाएगी..!

ऑफिस की छुट्टियो में
शिमला मनाली जाते हो
खुद को नेचर लवर बतलाते हो
सेल्फी लेकर फन विद
नेचर का टेज लगाते हो..!

Shayari On Nature
Shayari On Nature

दीवार की उस सिली दरार में पीपल का
एक पौधा उपज आया वो मुझसे पूछता
मैं अपने घर आया या पता गलत ले आया..!

कुदरत पर कभी भी शक मत करना
अगर सजा भुगत रहे हो तो
जरूर कोई गलती हुई होगी..!

धरती के दिल में एक आस जगी है
प्यार की तभी बरसात हुई है
तपन से धरती को राहत मिली है
जब अंबर से बूंद मिट्टी में मिली है..!

आओ कुछ ऐसा काम करे
पहले बदले स्वयं को फिर समाज को
ताकि संजोए रखे हम अपने पर्यावरण को..!

चांद भी कितना बेबस सा लगता है
रंगीन पलों में भी चांदनी बरसाता है
इसीलिए तो इंसानियत के लिए
प्रकृति बड़ी खूबसूरत लगती है..!

लौटा हूं वापस अपने गांव
के गलियो में लोग वही है
लेकिन मंजर बदल गया है
यहां की हवाओ में..!

Romantic Nature Shayari

हम मनुष्यो को छोड़कर
और सजीव निर्जीव जानता है
इस नेचर का मूल्य चिड़िया
जानती है पेड़ का मूल्य..!

लेखक का प्रतिद्वंदी कोई और
नहीं यह नेचर होती है और वह
सदैव नेचर पर शायरियां लिखते हैं..!

Romantic Nature Shayari
Romantic Nature Shayari

खेल रहे थे इंसान नेचर के
साथ आज नेचर को इंसान
के साथ खेलते देखा है..!

आज चांद तक मानव पहुंचा
पर मानव मन नही खड़ा है
युद्ध बिना मानता नही है
क्यो जिद्दीपन भरा पड़ा है..!

कूट-कूट कर मन का खजाना है
फिर भी अपनी नियति के लिए
नेचर को डैमेज करना है..!

दिखता नही है कोई खोट
मस्त हवा का साया है
अपनी धुन में तू चलने वाला
इंसान ही तो विधाता है..!

असलियत देखनी है
तो ऊंचे पहाड़ो की
प्रकृति को पनाह देकर
खुद को पिघलता रहता है..!

सब कुछ बदल गया
जिंदगी में धीरे धीरे
वक्त भी अपने भी
और यह नेचर भी..!

प्रकृति की हर चीज हमे
नियंता का बोध करवाती है
सूरज चांद सितारे
हमें जीना सिखाती है..!

ख्वाहिशों की खिड़की
पर सपनों के झरोखे से
उम्मीद की किरण चमकती है
प्रकृति की धरोहर से..!

हरे पीले पत्तों पर जमी धूल
को बारिश की बूंदे धो लेती है
नेचर की खूबसूरत वादियां
जिंदगी को खुशियों से भर देती है..!

शबनम की आज धरा
से मिलने की आस है
हरित हरित दूब पर लगती
बहुत ही खास है इसी से
प्रकृति की शुरुआत है..!

Nature Status in Hindi

आत्मा की शांति के लिए,
प्रकृति ही एक मात्रा जगह है..!!

कुछ तो बात है इन हवाओं में,
वरना साथ इन्हें पंछियों का ना मिलता..!!

जब मैं यहाँ की प्रकृति से मिला,
फिर किसी और से मिलने की चाह ना रही..!!

Nature Status in Hindi
Nature Status in Hindi

जितना आप प्रकृति के ओर जाएंगे,
वो उतना ही आपकी ओर आएगी..!!

हवा के झोकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो,
तुम एक दरिया हो लहरों की तरह बहना सीखो..!!

आप खुद से मिलते हैं,
जब आप प्रकृति को करीब से देखते हैं..!!

हर प्रकार के लोगों को सुख देने की शक्ति,
केवल प्रकृति के पास ही है..!!

प्रकृति का करो सम्मान,
ये है हम सब की जान..!!

दुनिया वो नहीं जो दिखती है,
दुनिया तो प्रकृति के सात रंगों से ही खिलती है..!!

दुनिया में तुम्हें वही मिलता है जो तुम दूसरों को देते हो,
प्रकृति ही एक ऐसी व्यवस्था है,
जो सिर्फ देती है बदले में कुछ लेती नहीं..!!

पुस्तक और प्रकृति से बेहतर,
मित्र दुनिया में और कोई नहीं..!!

प्रकृति हमारी माँ की तरह की होती है,
जो हमें कभी नुकसान नहीं पहुँचाती बल्कि,
हमारा पालन पोषण करती है..!!

पहली बारिश का एहसास कुछ अलग सा ही होता है,
साथ में पकोड़े और चाय मिल जाए तो बात ही कुछ और है..!!

जब मैं यहाँ की प्रकृति से मिला,
फिर किसी और से मिलने की चाह ना रही..!!

कुदरत से भी उतना ही प्यार करो,
जितना आप खुद से करते हो..!!

वहाँ जाओ जहाँ आप अपने आपको,
ज्यादा जीवित महसूस करते हो..!!

प्रकृति के साथ बातचीत करते रहो,
और उसका हिस्सा बनकर रहो..!!

प्रकृति के साथ चलोगे तो इतना पाओगे,
जितना कभी चाहा भी नहीं था..!!

जन्नत आपके पैरों के नीचे भी है,
और सर के ऊपर भी है..!!

Nature Quotes in Hindi

प्रकृति कभी जल्दबाजी नहीं करती,
फिर भी सब कुछ पूरा होता है..!!

प्रकृति की सुंदरता ही काफी होती है,
हमें तरोताजा रखने के लिए..!!

पृथ्वी यह नहीं चाहती कि आप उसे बचाओ बल्कि,
वह चाहती है कि आप उसे प्यार करो,
क्योंकि यही एकमात्र तरीका है उसे बचाने का..!!

अगर आप आज पेड़ लगाते हो तो,
इसका मतलब आप कल में विश्वास रखते हो..!!

जो पेड़ बहती नदी के साथ होता है,
वह ज्यादा फल देता है..!!

सुन्दर चीजों को किसी का ध्यान,
अपनी तरफ खींचने की जरूरत नहीं पड़ती..!!

प्रकृति के प्रति अपना प्यार जताना ही,
कला को अधिक से अधिक समझने का सही तरीका है..!!

केवल जीना ही काफी नहीं है,
जीवन में स्वतंत्रता ख़ुशी और प्रकृति का आनंद लेना भी जरूरी है..!!

हम प्रकृति को अपनी आँखों से नहीं,
बल्कि अपनी समझ और अपने दिलों से देखते हैं..!!

बहुत जरूरी था प्रकृति के कहर का भी आना,
यहाँ हर कोई खुद को खुदा समझ बैठा था..!!

कुदरत ने जो भी बनाया है कुछ मतलब के लिए बनाया है,
इंसानों ने उसे भी मतलबी बना दिया..!!

गुनाह तो बहुत बड़े किए होंगे हमने प्रकृति के साथ,
वरना गंगाजल की जगह शराब से हाथ न धोने पड़ते..!!

जीवन का एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए,
प्रकृति के साथ समझौते में चलना..!!

कुदरत को गहराई से देखो,
आपको सब कुछ साफ़ साफ़ समझ आएगा..!!

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *